क्या किया इमरान मसूद ने?
बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक बयान देने वाले सहारनपुर के कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद को शनिवार सुबह करीब 3.30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद सुबह इमरान को कोर्ट में पेश किया गया।
कोर्ट में पेश के दौरान इमरान मसूद के समर्थकों ने जमकर हंगामा मचाया। खुद इमरान मसूद ने कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया। उनकी गिरफ्तारी के लिए खुद जिले के एसएसपी पूरी पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे थे।
उनको उनके घर से गिरफ्तार किया गया। निर्वाचन आयोग ने मामले का संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कराया था जिसके बाद पुलिस ने ये कार्रवाई की। लेकिन इमरान का राजनीतिक सफर बेहद विवादित रहा है।
भाजपा नेताओं पर हुआ था हमला
भाजपा के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विवादित और भड़काऊ भाषण देकर राजनीति में सुर्खियों बटोर रहे कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद का विवादों से पुराना नाता है। पूर्व सांसद रशीद मसूद के भतीजे पर पहले भी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगता रहा है।
एमबीबीएस सीट घोटाले में सजायाफ्ता काजी रशीद मसूद के सिपेहसलार रहे इमरान मसूद सबसे पहले 2006 में चर्चा में आए। समाजवादी पार्टी में रहते हुए नगर पालिका चेयरमैन के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बोर्ड की पहली ही बैठक में भाजपा की महिला समेत अन्य सभासदों पर धारदार हथियारों से हमला हुआ था।
एमबीबीएस सीट घोटाले में सजायाफ्ता काजी रशीद मसूद के सिपेहसलार रहे इमरान मसूद सबसे पहले 2006 में चर्चा में आए। समाजवादी पार्टी में रहते हुए नगर पालिका चेयरमैन के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बोर्ड की पहली ही बैठक में भाजपा की महिला समेत अन्य सभासदों पर धारदार हथियारों से हमला हुआ था।
एफआईआर दर्ज करने पर हुआ था बवाल
उस समय सभासदों ने आरोप लगाया था कि इमरान मसूद का बहुमत नहीं था। यही कारण है कि कुछ बाहरी लोगों को बैठक में बुलाया लिया गया और सभासदों पर हमला कराकर दबाव बनाने का प्रयास किया गया।
इस हमले में रानी वर्मा, प्रवेश धवन, महेन्द्र आहुजा, संजीव वालिया समेत कई लोग घायल हुए थे। इस हमले में सभासदों ने एफआईआर भी दर्ज कराई, मगर प्रदेश में सपा सरकार होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और शहर का सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ गया। उस वक्त हुए बवाल में एक भाजपा कार्यकर्ता गुलशन की मौत भी हो गई थी।
इस हमले में रानी वर्मा, प्रवेश धवन, महेन्द्र आहुजा, संजीव वालिया समेत कई लोग घायल हुए थे। इस हमले में सभासदों ने एफआईआर भी दर्ज कराई, मगर प्रदेश में सपा सरकार होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा और शहर का सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ गया। उस वक्त हुए बवाल में एक भाजपा कार्यकर्ता गुलशन की मौत भी हो गई थी।
अपने चाचा के खिलाफ खड़ा हुए
इसके अलावा सड़क दुधली में संत रविदास की जयंती में बवाल के बाद संतागढ़ में भी सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगड़ा। इसके बाद वर्ष 2007 में सपा से टिकट नहीं मिलने पर मुजफ्फराबाद सीट से निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत भी गए।
उस दौरान भी मतों के ध्रुवीकरण के लिए मतदाताओं में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगा था। वर्ष 2012 नकुड़ सीट से विधानसभा चुनाव हारने के बाद चाचा रशीद मसूद से मुखालफत में फिर चर्चा में आए। अप्रैल 2013 में कांग्रेस छोड़ी और करीब तीन महीने बाद सपा में शामिल हुए।
उस दौरान भी मतों के ध्रुवीकरण के लिए मतदाताओं में सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने का आरोप लगा था। वर्ष 2012 नकुड़ सीट से विधानसभा चुनाव हारने के बाद चाचा रशीद मसूद से मुखालफत में फिर चर्चा में आए। अप्रैल 2013 में कांग्रेस छोड़ी और करीब तीन महीने बाद सपा में शामिल हुए।
अपने भाई के खिलाफ लड़ रहे चुनाव
सपा ने लोकसभा प्रत्याशी भी बनाया, मगर 25 जनवरी 2014 को उनका टिकट काटकर उनके चचेरे भाई शाजान मसूद को प्रत्याशी बनाया गया। इसके बाद कांग्रेस ने पहली सूची में इमरान को लोकसभा का प्रत्याशी बना दिया। भड़काऊ भाषण देकर इमरान एक बार फिर चर्चाओं में है।
गुरुवार देर रात एक वीडियो सामने आया, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद चुनावी सभा में सांप्रदायिक भावना भड़काने वाला भाषण दे रहे हैं। इसमें पुलिस को भगाने और मोदी को जान से मारने की बात कर रहे हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि यह वीडियो पुराना है और इसे खास मकसद से चुनावी मौसम में सामने लाया गया है।
गुरुवार देर रात एक वीडियो सामने आया, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी इमरान मसूद चुनावी सभा में सांप्रदायिक भावना भड़काने वाला भाषण दे रहे हैं। इसमें पुलिस को भगाने और मोदी को जान से मारने की बात कर रहे हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि यह वीडियो पुराना है और इसे खास मकसद से चुनावी मौसम में सामने लाया गया है।
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