नई दिल्ली बुलंदशहर के विधायक हाजी अलीम चौधरी की पत्नी रेहाना की हत्या के मामले में पुलिस को विधायक पर ही पत्नी की हत्या का शक है। पुलिस ने इस मामले में हज यात्रा पर सऊदी अरब से लौटने पर विधायक और उनके परिजनों से पूछताछ शुरू कर दी है। गौरतलब है कि रेहाना का बुधवार को दिल्ली में कत्ल हो गया था।
पुलिस ने अपनी तफतीश में बताया कि घटनास्थल के हालात से साफ हो गया है कि रेहाना हत्यारे को अच्छी तरह जानती थीं। क्योंकि घरेलू सहायिका शाहजहां मंगलवार की रात दस बजे घर से गई थी, उस समय रेहाना घर में अकेली थीं। यानी हत्यारा दस बजे के बाद आया और रेहाना ने उसके लिए दरवाजा खोला। यही नहीं, उसके लिए चाय भी बनाई। ड्राइंग रूम में एक ही गिलास होने से लगता है कि हत्यारा अकेला रहा होगा।
पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच से लगता है कि घटना को बुधवार तड़के चार-पांच बजे के बीच अंजाम दिया गया है। घर के अंदर जबरन घुसने के सबूत नहीं मिले हैं। उधर, पुलिस इस संभावना पर भी विचार कर रही है कि विधायक की कइयों से रंजिश रही होगी। लिहाजा बदला लेने के इरादे से घटना को अंजाम दिया गया हो।
पुलिस रेहाना की किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी को भी जांच के दायरे में रख रही है। चूंकि रेहाना पांच वर्षो से यहां विधायक के मूल निवास से दूर अकेली रह रही थीं। इसके पीछे भी कई कारण हो सकते हैं, जो हत्या का मकसद हो सकते हैं।
पुलिस का कहना है कि आमतौर पर लूटपाट के लिए निर्मम तरीके से हत्या नहीं की जाती है। गोली मार देने के बाद भी रेहाना का गला रेता गया और उनके शरीर पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए गए। इसका मतलब है कि हत्यारा उनसे नफरत करता हो या वह पूरी तरह आश्वस्त होना चाहता हो कि रेहाना की मौत हो गई।
वहीं, विधायक के परिजन मामले को लूटपाट से जोड़कर देख रहे हैं। रेहाना का मायका गांधीनगर के पास राजगढ़ कॉलोनी में है। उनके कई अन्य रिश्तेदार भी दिल्ली में रहते हैं। हत्या को लेकर विधायक के परिजन व रेहाना के मायके वाले ज्यादा बात करने को तैयार नहीं हुए।
विधायक के बड़े भाई हाजी सगीर ने बस इतना बताया कि रेहाना गुरुवार को बकरीद मनाने के लिए बुलंदशहर जाने वाली थीं। हज पर जाने से पहले उनके भाई ने बकरीद की तैयारियों के लिए घर में 15 लाख रुपये रखे थे। रेहाना ने भी पांच लाख रुपये घर में रखे थे। ये रुपये और कीमती सामान गायब हैं। यानी उनके अनुसार लूटपाट के लिए रेहाना की हत्या की गई है। लेकिन पुलिस तो क्या रिश्तेदारों व परिचतों के गले भी यह बात नहीं उतर रही है।
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