सोमवार, जनवरी 27, 2014

सुनीता पर अखिलेश सरकार भी मेहरबान

अमेठी। छह साल पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी की जिस दलित महिला सुनीता की झोपड़ी में रात बिताई थी। उसके घर को छत आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं की कोशिशों से रविवार को नसीब हुई। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार भी उस पर मेहरबान हुई और गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने दलित महिला को एक लाख 85 हजार रुपये का चेक सौंपा। ये धनराशि प्रदेश सरकार के हाउसिंग प्लान के तहत दी गई है।
जिले के संग्रामपुर क्षेत्र स्थित जवाहर सिंह का पुरा गांव निवासी सुनीता वर्ष 2008 में तब चर्चा में आई, जब राहुल गांधी ने अपना दलित प्रेम दर्शाते हुए उनकी झोपड़ी में रात काटी थी। मीडिया में छाने के बाद सुनीता को भी लगा था कि अब उसके दिन बहुरने वाले हैं, लेकिन केंद्र की सत्ताधारी पार्टी के अगुवा का आश्वासन भी उसकी बदहाली को नहीं बदल सका। स्थिति 2012 में और बदतर हो गई जब कुछ लोगों ने सुनीता के घर को आग लगा दी। हालांकि अगले दिन स्थानीय विधायक व सपा मंत्री प्रजापति सुनीता के पास गए और उसके घर को दोबारा बनवाने में सहायता की। लेकिन दो कमरों के इस मकान को अब तक छत नसीब नहीं हुई थी।
इस बीच आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास ने लोकसभा चुनाव के लिए राहुल के खिलाफ अमेठी से ताल ठोंकी तो अपने पहले ही दौरे में उन्होंने सुनीता के घर का रास्ता पकड़ा और उसे जल्द छत मुहैया कराने का विश्वास दिलाया। आप कार्यकर्ताओं की कोशिशों से रविवार को सुनीता के घर पर एसबेस्टस की छत भी पड़ गई। गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य सरकार को एक बार फिर सुनीता की याद आई और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने मंत्री को उसके घर भेजा। जहां गायत्री प्रजापति ने लोहिया आवास योजना के तहत दलित महिला को 1.85 लाख रुपये का चेक सौंपा।

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