शनिवार, मार्च 29, 2014

ब्रेन डेड महिला ने 8 लोगों को दी नई जिंदगी

एक ओर सफदरजंग अस्पताल में भारत अंगदान दिवस मनाया जा रहा था, तो दूसरी ओर एम्स में सड़क हादसे में ब्रेन डेड हो चुकी एक महिला के शरीर के अंगों को जरूरतमंद मरीजों के शरीर में प्रत्यारोपित किए जा रहे थे।

एम्स ट्रॉमा सेंटर में ब्रेन डेड महिला के परिजनों के फैसले से आठ लोगों को नई जिंदगी मिलेगी। तीन लोगों को शुक्रवार को ही नई जिंदगी मिल गई जबकि पांच अंगों को एम्स में सुरक्षित रख लिया गया है। एम्स प्रशासन की ओर से अंग दान करने के फैसले पर पीड़ित परिवार को धन्यवाद दिया गया है और ऐसी स्थिति में सभी को अंगदान करने के लिए कहा गया है।

किडनी, लिवर, कॉर्निया और हार्ट वॉल्व किया दान
एम्स प्रवक्ता डॉ. अमित गुप्ता ने बताया कि महिला को बृहस्पतिवार की रात ब्रेन डेड घोषित किया गया। इस बात की सूचना मरीज के पति और भाई के अलावा एम्स आर्बो विभाग (अंग दान के लिए प्रेरित करना और जरूरतमंदों के लिए अंग की व्यवस्था करना) को भी दी गई।

परिजनों के हामी भरने के बाद ब्रेन डेड हो चुकी महिला के शरीर से लिवर, दोनों किडनी, हृदय के चारों वाल्व और दो कॉर्निया को जरूरतमंद मरीज के लिए निकाला गया। दोनों किडनी और लिवर शुक्रवार को ही एम्स में प्रत्यारोपित किए गए। एक किडनी बच्चे को एक वयस्क को प्रत्यारोपित की गई। जबकि लिवर का प्रत्यारोपण एम्स के जीआई सर्जरी विभाग में भर्ती एक� मरीज को किया गया। अभी तीन लोगों को जिंदगी मिली है और पांच को मिलेगी।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि 24 मार्च को एक 45 वर्षीय महिला को सिर में गंभीर चोट के साथ एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। महिला का इलाज आपातकालीन विभाग में किया जा रहा था, इलाज के दौरान ही बृहस्पतिवार की रात महिला ब्रेन डेड हो गई।

इसके बाद महिला के पति और भाई को अंग दान कराने के लिए कहा गया। डॉक्टरों की सलाह और अंग दान की जरूरतों को समझते हुए वे अंगदान करने के लिए तैयार हो गए। अंगदान करने वाली महिला दिल्ली की ही रहने वाली थी।

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