
उत्तर प्रदेश के मंत्री आजम ने राहुल खान पर निशाना साधते हुए कहा है कि वह अपने उन शब्दों को वापस लें जिसमें उन्होंने मुजफ्फरनगर हिंसा के बाद कुछ युवकों के आईएसआई के संपर्क में होने की बात कही थी। वे मुस्लिमों पर आरोप लगा रहे हैं। आजम खान ने कहा कि वे अपने कहे हुए शब्द वापस लें और उनके इस बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष भी सफाई दें।
दूसरी ओर भाजपा भी राहुल के बयान को लेकर सख्त हो गई है। भाजपा ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने की बात कही है। भाजपा ने आयोग से वक्त मांगा है जिसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल आयोग से मुलाकात करने जाएगा। भाजपा का सवाल है कि राहुल किस आधार पर बीजेपी पर मुजफ्फरनगर दंगा भड़काने का आरोप लगा रही है। बीजेपी ये भी सवाल उठा रही है कि राहुल को किस हैसियत से खुफिया रिपोर्ट की जानकारी दी गई।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने इंदौर की एक रैली में कहा था कि मुजफ्फरनगर दंगा पीड़ित परिवारों के नौजवानों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने संपर्क साध लिया है। उन्हें यह जानकारी इंटेलीजेंस के एक अफसर ने दी है। इंटेलीजेंस रिपोर्ट को इस तरह से सार्वजनिक करने के राहुल गांधी के तरीके को लेकर अब सवाल उठ रहे हैं। बुधवार को राजस्थान के चुरू में सार्वजनिक सभा में खुद की जान पर खतरा जता कर राहुल ने चर्चा बटोरी थी। उसकी प्रतिक्रिया भी हुई है।
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