गुरुवार, अक्तूबर 10, 2013

नई दिल्ली। पृथक तेलंगाना के गठन को कैबिनेट की मंजूरी के विरोध में पांच दिन से अनशन पर बैठे वाईएसआर कांग्रेस मुखिया जगनमोहन रेड्डी को पुलिस उठा ले गई। इधर, दिल्ली में आंध्र भवन में अनशन पर बैठे तेदेपा नेता चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि अगर उन्हें कुछ हुआ तो पूरी तरह से कांग्रेस ही जिम्मेदार होगी।
राज्य बंटवारे को लेकर विरोध की आग में झुलस रहा सीमांध्र बिजली आपूर्ति बाधित होने के चलते अंधेरे से निकल भी नहीं पाया है कि अब आंध्र प्रदेश सरकार को चक्रवात के खतरे ने चिंता में डाल दिया है। बिजलीकर्मियों की हड़ताल के चलते बुधवार को चौथे दिन भी सीमांध्र अंधेरे में डूबा रहा। बुधवार को बिजलीकर्मियों और गैर-राजपत्रित अधिकारियों से मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी की बैठक भी बेनतीजा रही।
हैदराबाद स्थित अपने घर के बाहर आमरण अनशन पर बैठे जगन ने बुधवार सुबह डॉक्टरों की सलाह के बावजूद पानी पीने से इन्कार कर दिया। इसके बाद रात को पुलिस ने उन्हें एहतियातन हिरासत में लेकर जबरन स्थानीय अस्पताल में भर्ती करा दिया। इससे पहले उन्होंने समर्थकों से कहा कि 2014 चुनाव तेलंगाना क्षेत्र को अलग राज्य बनाने के केंद्र के फैसले पर जनमत होगा। इधर, दिल्ली में नायडू ने आरोप लगाया कि आंध्र भवन के अधिकारी उनसे मिलने आने वाले लोगों को परेशान कर रहे हैं। बुधवार को आंध्र प्रदेश से विशेष विमान और ट्रेनों से दिल्ली पहुंचे नायडू के सैकड़ों समर्थकों ने अशोक मार्ग पर कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन किया।
बिजलीकर्मियों की हड़ताल के कारण विजयवाड़ा और रायलसीमा सहित बड़े बिजली संयंत्रों में बिजली उत्पादन प्रभावित हो रहा है। नतीजतन सीमांध्र में कई-कई घंटे की बिजली कटौती जारी है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने बताया कि एनटीपीसी और पावर ग्रिड आंध्र प्रदेश को बिजली आपूर्ति करेंगी। बुधवार को राज्य सरकार और आंध्र प्रदेश गैर-राजपत्रित अधिकारियों के संगठन के बीच हुई बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकल सका।
बैठक के दौरान संगठन अपने रुख पर कायम रहा और मुख्यमंत्री एन. किरण कुमार रेड्डी यह भरोसा दिलाते रहे कि जब तक वह सीएम हैं राज्य का बंटवारा नहीं होने देंगे। इस दौरान सीएम ने कर्मचारियों से कहा कि वे तटीय क्षेत्र में चक्रवात के खतरे को ध्यान में रखते हुए हड़ताल वापस लें। वहीं, सीएम की तमाम कोशिशों के बावजूद सीमांध्र की बिजली कंपनियों के कर्मियों ने भी हड़ताल वापस लेने से इन्कार कर दिया।
मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार सुबह उत्तरी अंडमान के समुद्र पर उच्च दबाव का क्षेत्र देखा गया। बुधवार शाम 5 बजे 78 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली हवाओं और उच्च दबाव के चलते अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में जबरदस्त बारिश हुई। फिलहाल चक्रवातीय दबाव अंडमान से गुजरकर मध्य-पूर्व बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित हो गया है।
अनुमान के मुताबिक, यह चक्रवातीय तूफान 12 अक्टूबर की रात कलिंगपटनम व पारादीप के बीच उत्तरी आंध्र व ओडिशा के तटीय इलाकों से गुजरेगा। इस दौरान हवा की रफ्तार 175-185 किमी प्रति घंटा रहने का अनुमान है। मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में नहीं उतरने की चेतावनी जारी कर दी है।

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