
उन्होंने व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्होंने शादी तो की नहीं, वह परिवार का मतलब कैसे जानंगे। वह कैसे जानेंगे कि परिवार का आनंद क्या होता है। इसके बाद उन्होंने एक कहावत के जरिए मोदी को जो बातें कहीं उसने सारी हदें पार कर दीं।
मीडिया से बात करते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं कहा है और वह अपने बयान पर कायम है। सपा नेता के बयान पर भाजपा भी तीखे हमले करने से नहीं चूकी। भाजपा की ओर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि समाजवादी पार्टी अपने गिरेबान में झांके। ये लोग वंशवादी राजनीति करते हैं। उनको कैसे पता चलेगा की लोकतंत्र क्या होता है। भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि नरेश अग्रवाल के का ये बयान बचकाना है, दुर्भाग्यपूर्ण है।
दरअसल जिस बयान पर भाजपा और सपा में वाकयुद्ध शुरू हो रखा है वह ऐसा है कि उसका लिखा नहीं जा सकता है। अपने बयान में नरेश अग्रवाल ने कहा, मैं नहीं समझता हूं कि भाजपा ने मोदी को गांव का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है या फिर देश का। वो मुद्दों की बात नही कर रहे हैं। जिस भाजपा में शादी का चलन ही नहीं है वो परिवार का मतलब क्या समझेंगे।
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