मेरठ/सहारनपुर. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस उम्मीदवार इमरान मसूद पर भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज कर लिया गया है। मसूद ने गुरुवार को अपने समर्थकों की एक सभा में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के लिए मारने-काटने जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। मसूद द्वारा मोदी पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद भाजपा बिफरी हुई है। यूपी बीजेपी के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने मसूद के बयान की कड़ी निंदा की है। हालांकि, मसूद ने भी अपने बयान के लिए माफी मांगते हुए कहा है कि जो भाषा उन्होंने इस्तेमाल की, वह ठीक नहीं है। उन्हें चुनाव के समय ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी।
क्या था मसूद ने?
मसूद ने सभा में कहा था, 'मोदी यूपी को गुजरात न समझें। गुजरात में सिर्फ 4 फीसदी मुसलमान हैं, जबकि यूपी में मुसलमानों की संख्या 42 फीसदी है। यदि मोदी ने यूपी को गुजरात बनाने की कोशिश की, तो यहां के मुसलमान मोदी को कड़ा सबक सिखाएंगे और उनकी बोटी-बोटी काट देंगे। मैं एक छोटे बच्चे को भी उसकी ताकत का एहसास करा दूंगा, ताकि वह किसी से भी न डरे। हम अपने साथियों के लिए किसी को भी मार देंगे या मर जाएंगे।'
फिर बोले मसूद- बयान का गलत अर्थ निकाला गया
भड़काऊ भाषण देने के बाद जब हर ओऱ से आलोचना होने लगी तो मसूद ने कहा है कि उनके कहने का अर्थ दूसरा था। मसूद ने कहा कि उनके कहने का मतलब था कि वह मोदी को चुनाव में लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाना चाहते हैं। शुक्रवार को भले ही मसूद ने अपने बयान से यू टर्न ले लिया हो लेकिन इससे पहले तक वह यही कर रहे थे कि तभी माफी मांगेंगे, जब मोदी गुजरात में जो भी गलत हुआ उसके लिए माफी मांगें।
मसूद की टिप्पणी की आलोचना
'मसूद की मोदी को लेकर की गई टिप्पणी गलत और अस्वीकार्य है।'
- राज बब्बर, कांग्रेस
'यह एक गंभीर मामला है। चुनाव आयोग को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए।'
- डी राजा, सीपीआई
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