आम चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं तो नेताओं की आस्था भी बढ़ती जा रही है। आस्था का केंद्र किसी भी धर्म या संप्रदाय का क्यों न हो, वे सिर झुकाना नहीं भूल रहे। आइए, दर्शन कीजिए ऐसे कुछ नेताओं के जो धर्म-लाभ लेते देखे जा रहे हैं।
राहुल गांधी: चादर चढ़ाई, माता की ओढऩी पहनी
28 फरवरी 2014: वाराणसी में ऑटो चालकों की चौपाल के आयोजन से पहले नजदीक ही मौजूद हाजी वारिस अली शाह की दरगाह पर चादर चढ़ाई।
25 फरवरी 2014: गुवाहाटी में चुनावी रैली से पहले वे कामाख्या मंदिर गए। पुजारी ने ओढऩी दी, तो पहन ली।
शाजिया: शिव का अभिषेक
25 मार्च 2014: आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार शाजिया इल्मी गाजियाबाद के दूधेश्वर महादेव मंदिर पहुंचीं। और पूजा के बाद भगवान शिव का अभिषेक भी किया।
25 मार्च 2014: वाराणसी में रैली से पहले अरविंद केजरीवाल काशी विश्वनाथ के अलावा कालभैरव, संकटमोचन हनुमान मंदिर भी पहुंचे
9 अप्रैल 2013: कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर में।
26 सितंबर 2013: केरल के पद्मनाभ स्वामी मंदिर में
23 नवंबर 2013: उज्जैन में महाकाल मंदिर में।
1 फरवरी 2014: सोमनाथ मंदिर में।
26 मार्च 2013: वैष्णोदेवी मंदिर में।
जेटली: स्वर्ण मंदिर में
18 मार्च 2014: अमृतसर पहुंचते ही अरुण जेटली सबसे पहले स्वर्ण मंदिर गए। वे मत्था टेकने के बाद लंगर लेने भी गए।
18 मार्च 2014: अमृतसर पहुंचते ही अरुण जेटली सबसे पहले स्वर्ण मंदिर गए। वे मत्था टेकने के बाद लंगर लेने भी गए।
नीलेकणी: मठ में
24 मार्च 2014: बेंगलुरू दक्षिण से कांग्रेस उम्मीदवार और इन्फोसिस के पूर्व डायरेक्टर नंदन नीलेकणी सिद्धगंगा मठ में गए।
24 मार्च 2014: बेंगलुरू दक्षिण से कांग्रेस उम्मीदवार और इन्फोसिस के पूर्व डायरेक्टर नंदन नीलेकणी सिद्धगंगा मठ में गए।
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