कांग्रेस-भाजपा ने की जवाबी फायरिंग

कांग्रेस-भाजपा के निचले स्तर के नेता उन पर जरूर पलटवार कर रहे थे, लेकिन शीर्ष स्तर पर चुप्पी साधी गई थी। केजरीवाल को शायद इसी बात से बल मिला और उन्होंने अपने हमले तेज कर दिए।
लेकिन बीते हफ्ते जम्मू रैली में मोदी ने पहली बार केजरीवाल पर हमला किया और उन्हें पाकिस्तान का एजेंट बता दिया। उसी शाम दिल्ली की रैली में उन्होंने केजरी को कांग्रेस की बी टीम बताया। अब बारी कांग्रेस की थी। पार्टी ने मोदी पर तो हमला बोला, साथ ही केजरीवाल पर भी सीधा अटैक किया। खास बात यह है कि हमला शीर्ष स्तर से किया गया। लगता है कांग्रेस-भाजपा ने मिलकर केजरीवाल पर जवाबी फायरिंग का मन बना लिया है।
पहले मोदी ने बोला था हमला
पिछले कुछ दिनों में अरविंद केजरीवाल सबसे ज्यादा हमले भाजपा के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी पर कर रहे थे। हालांकि, इससे पहले वो राहुल गांधी और गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को भी लपेट चुके हैं।
काफी दिनों से कांग्रेस आला कमान और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से केजरीवाल के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की गई। लेकिन अब शायद दोनों राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति बदल दी है।
जवाबी हमले किए जाने लगे हैं और निशाना इस बात को बनाया जा रहा है कि केजरीवाल को जब दिल्ली में सत्ता संभालने का मौका मिला, तो उन्होंने लोकसभा चुनावों की खातिर केवल 49 दिनों में भागना मुनासिब समझा। मोदी ने उन्हें कांग्रेस की बी टीम बताया था और अब सोनिया गांधी ने उन पर करारा हमला बोला है।
काफी दिनों से कांग्रेस आला कमान और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की तरफ से केजरीवाल के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की गई। लेकिन अब शायद दोनों राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति बदल दी है।
जवाबी हमले किए जाने लगे हैं और निशाना इस बात को बनाया जा रहा है कि केजरीवाल को जब दिल्ली में सत्ता संभालने का मौका मिला, तो उन्होंने लोकसभा चुनावों की खातिर केवल 49 दिनों में भागना मुनासिब समझा। मोदी ने उन्हें कांग्रेस की बी टीम बताया था और अब सोनिया गांधी ने उन पर करारा हमला बोला है।
अब सोनिया गांधी ने किया वार
सोनिया गांधी ने रविवार को रैली में आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर जमकर वार किए। उन्होंने जता दिया कि कांग्रेस पुरानी पार्टी है, जिसे सत्ता चलाने का अनुभव है।
उन्होंने इशारों ही इशारों में जनता को बताया कि जो प्रदेश की सरकार नहीं चला सके, उन्हें देश की बागडोर देने से पहले सोचें। कांग्रेस के नेता केजरीवाल को भगोड़ा, सपनों का सौदागर और झूठे वादे करने वाला कहते आए हैं।
कांग्रेस नेता तर्क दे रहे हैं कि दिल्ली की जनता ने 15 साल में विकास की सरकार देखी और अब 49 दिन में ‘आप’ की सरकार, इसलिए सोनिया गांधी की बात सीधे मतदाताओं के दिल में उतरेगी।
उन्होंने इशारों ही इशारों में जनता को बताया कि जो प्रदेश की सरकार नहीं चला सके, उन्हें देश की बागडोर देने से पहले सोचें। कांग्रेस के नेता केजरीवाल को भगोड़ा, सपनों का सौदागर और झूठे वादे करने वाला कहते आए हैं।
कांग्रेस नेता तर्क दे रहे हैं कि दिल्ली की जनता ने 15 साल में विकास की सरकार देखी और अब 49 दिन में ‘आप’ की सरकार, इसलिए सोनिया गांधी की बात सीधे मतदाताओं के दिल में उतरेगी।
'15 साल का काम, 49 दिन में खत्म'
कांग्रेस अध्यक्ष रैली में समय से पहले पहुंच गईं, जिस कारण सात में से सिर्फ तीन प्रत्याशियों को ही मंच से बोलने का मौका मिला। रैली में पूर्वी दिल्ली से प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने कहा कि जो बदलाव पिछले चुनाव में आया था, वे उसके लिए भी खड़े हैं। कांग्रेस सरकार ने दिल्ली में 15 साल में जो किए, वह शायद कम थे, जिसकी वजह से लोगों ने सपना दिखाने वाली पार्टी को मौका दिया।
जिस तरह से उन्होंने काम किया है, उससे लगता है कि आरएसएस से संबंधित लोगों के साथ उनका संबंध है। वे सत्ता में आने से पहले जाने को तैयार थे। उनकी इच्छा यही थी कि दिलली की सत्ता में बने रहेंगे तो भाजपा का साथ देंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह पार्टी चढ़ी थी, उससे भी तेजी से इसका ग्राफ गिरेगा। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो काम 15 साल में किए, उसे 49 दिन की सरकार ने खत्म कर दिया। विधायक जयकिशन और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ओनिका मेहरोत्रा ने भी केजरीवाल पर निशाना साधा।
जिस तरह से उन्होंने काम किया है, उससे लगता है कि आरएसएस से संबंधित लोगों के साथ उनका संबंध है। वे सत्ता में आने से पहले जाने को तैयार थे। उनकी इच्छा यही थी कि दिलली की सत्ता में बने रहेंगे तो भाजपा का साथ देंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह पार्टी चढ़ी थी, उससे भी तेजी से इसका ग्राफ गिरेगा। वहीं, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो काम 15 साल में किए, उसे 49 दिन की सरकार ने खत्म कर दिया। विधायक जयकिशन और प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ओनिका मेहरोत्रा ने भी केजरीवाल पर निशाना साधा।
केजरी को नजरअंदाज करना मुश्किल
कांग्रेस के इस जोरदार हमले से पहले नरेंद्र मोदी भी केजरीवाल को निशाने पर ले चुके हैं। जाहिर है, दोनों दलों को समझ आ चुका है कि हाल तक उन्होंने भले आम आदमी पार्टी को नजरअंदाज किया हो, लेकिन अब इससे काम नहीं चलेगा।
यह बात सही है कि आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस की तुलना में लोकसभा चुनावों में कोई खास प्रदर्शन शायद ही कर पाए, लेकिन उसकी तरफ से हो रहे जवाबी हमलों ने दोनों दलों को मजबूर कर दिया कि छवि बचाने की खातिर पलटवार किया जाए।
मोदी के बाद सोनिया गांधी का यह हमला इसी बात की तरफ इशारा करता है। कांग्रेस को न केवल केंद्र में सत्ता बचानी है, बल्कि बीते 15 साल से दिल्ली में राज कर रही पार्टी को आम आदमी पार्टी के धमाकेदार प्रदर्शन से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उसे अपनी खोई जमीन हासिल करनी है और साथ ही अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरना है। ऐसे में केजरीवाल पर हमला बोले बिना बात नहीं बन रही थी।
यह बात सही है कि आम आदमी पार्टी, भाजपा और कांग्रेस की तुलना में लोकसभा चुनावों में कोई खास प्रदर्शन शायद ही कर पाए, लेकिन उसकी तरफ से हो रहे जवाबी हमलों ने दोनों दलों को मजबूर कर दिया कि छवि बचाने की खातिर पलटवार किया जाए।
मोदी के बाद सोनिया गांधी का यह हमला इसी बात की तरफ इशारा करता है। कांग्रेस को न केवल केंद्र में सत्ता बचानी है, बल्कि बीते 15 साल से दिल्ली में राज कर रही पार्टी को आम आदमी पार्टी के धमाकेदार प्रदर्शन से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। उसे अपनी खोई जमीन हासिल करनी है और साथ ही अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरना है। ऐसे में केजरीवाल पर हमला बोले बिना बात नहीं बन रही थी।
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