शुक्रवार, मार्च 28, 2014

सऊदी अरब में भारतीयों से करवाया जाता है गंदा काम

बतौर ड्राइवर भेजे गए पंजाबी युवक


लम्मा पिंड जालंधर के ट्रेवल एजेंट की ओर से नवंबर में एक अरब कंपनी में बतौर ड्राइवर भेजे गए 38 पंजाबी युवकों को वहां बंधुआ मजदूर बना दिया गया है। उनसे गंदगी उठवाई जाती है और पूरे पैसे भी नहीं दिए जाते।

ट्रेवल एजेंट ने उन्हें सऊदी अरब जाने से पहले जो अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस दिया था उसे परिवहन विभाग ने फर्जी घोषित कर दिया है। कंपनी ने युवकों के पासपोर्ट अपने पास रख लिया है। धोखाधड़ी के शिकार हुए एक युवक के परिजनों ने सीएम प्रकाश सिंह बादल से मदद की गुहार लगाई है।

धोखाधड़ी के शिकार 38 युवकों में से जालंधर निवासी जनमीत सिंह और होशियारपुर निवासी जगजीत सिंह ने रियाद (सऊदी अरब) से अमर उजाला को फोन पर बताया कि सभी युवक होशियारपुर, जालंधर, नवांशहर, फगवाड़ा और गुरदासपुर के हैं। उन्हें भेजने वाले एजेंटों ने उनसे इसके लिए एक लाख रुपये भी लिए थे।

गंदगी उठाने का काम करवाती है कंपनी

एजेंट ने उन्हें बताया था कि उन्हें वहां 1200 रियाल के वेतन पर ड्राइवर की नौकरी दी जाएगी, लेकिन अब उन्हें बतौर सफाई मजदूर काम करने के लिए बंधुआ बना लिया गया है। उन्हें हर महीने सिर्फ 300 रियाल ही दिए जा रहे हैं। जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी के नाम पर उन्हें जहां भेजा गया है, वह कंपनी गंदगी उठाने का काम करती है।

जगजीत के मुताबिक उचित वेतन दिए जाने या उन्हें वापस भेजने की मांग पर कंपनी उल्टा उनसे पैसे मांगती है। उसकी माता होशियारपुर में लकवे के कारण बिस्तर पर है, लेकिन कंपनी उसे पासपोर्ट देने के बदले में 8 हजार रियाल की मांग कर रही है।

कंपनी के मुताबिक पैसे देकर एजेंट से तीन साल का एग्रीमेंट किया गया है। लिहाजा उन्हें पैसे न भी दिए जाएं तो उन्हें कंपनी जो काम चाहेगी, उनसे लिया जाएगा।

'हमारे बच्चों को बेच दिया'

बेटे जगजीत का इंतजार कर रही होशियारपुर की सुखविंदर कौर ने बताया कि सवा साल पहले ही उनके बेटे की शादी हुई थी। उसी के बाद ही वह बाहर गया था। उन्होंने उसे भेजने के लिए एक लाख रुपये की रकम बड़ी मुश्किल से जुटाई थी।

कंपनी के एजेंटों ने अब उनकी बात तक सुननी बंद कर दी है। सुखविंदर कौर ने आरोप लगाया कि एजेंटों ने उनके बच्चों को कंपनी के हाथों बेच दिया है।

उन्होंने सीएम प्रकाश सिंह बादल से अपील की है कि उनके लाडलों को बचाएं और धोखेबाज एजेंटों को कड़ी सजा दिलवाएं।

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