शुक्रवार, मार्च 28, 2014

'राधे मां' के 7 भक्तों ने क्यों की आत्महत्या!

7 लोगों की शवयात्रा देख इलाका गमगीन

गुजरात में राधे मां के एक भक्त ने अपने परिवार के सात लोगों के साथ आत्महत्या कर ली।

पुलिस की माने तो आत्महत्या करने वाले परिवार के मुखिया ने पहले अपने तीन बच्चों को जहर देकर मारा फिर चार अन्य लोगों ने फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला खत्म कर ली।

इस घटना के बाद इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। कोई इसे राधे मां की अंधभक्ति का परिणाम बता रहा है तो कोई इसे जमीन का विवाद बता रहा है।

मामला गुजरात के कच्छ की अंजार तहसील का है। यहां से 30 किलोमीटर दूर एक गांव है निंगाल। इस गांव में एक संपन्न परिवार रहता था जिसमें दो भाई, उनकी पत्नियां, और उनके पांच बच्चे।

रोज शाम करते थे राधे मां की आराधना

यह परिवार बरसाने वाली राधे मां का भक्त था। गांव वालों के अनुसार यह परिवार हर दिन शाम को अपने घर के दरवाजे बंद कर लेता था और ढोल नगाडों की थाप पर राधे मां की भक्ति किया करता था।

घटना वाले दिन जब इस घर से ढोल-नगाड़ों की आवाज नहीं आई तो गांव वालों को अचरज हुआ और उन्होंने घर जाकर देखा कि आखिर क्या माजरा है। आस-पास के लोगों ने जब अंदर का दृश्य देखा तो उनके होश उड़ गए।

उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बंद दरवाजे तोड़ कर सभी मृत लोगों को को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

तीन बच्चों को पिलाया था जहर

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वालों में घर का मुखिया राधू (32), उसकी पत्नी लक्ष्मी (30), राधू का भाई लखु (30) एवं उसकी पत्नी कंकु बेन (26) के अलावा राधू के बच्चे शाश्वत लखु (4), प्राची लखु (5) तथा श्याम (7) है।

बताया जा रहा है कि शाश्वत, प्राची और श्याम को को पहले जहर पिलाकर मार दिया गया फिर बाद में चारों लोगों ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के समय मकान के सभी खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए गए थे।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार तीनों बच्चों को जहर पिलाया गया था, जबकि अन्य चारों की मौत दम घुटने से हुई थी।

तीन बच्चों को पिलाया था जहर

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आत्महत्या करने वालों में घर का मुखिया राधू (32), उसकी पत्नी लक्ष्मी (30), राधू का भाई लखु (30) एवं उसकी पत्नी कंकु बेन (26) के अलावा राधू के बच्चे शाश्वत लखु (4), प्राची लखु (5) तथा श्याम (7) है।

बताया जा रहा है कि शाश्वत, प्राची और श्याम को को पहले जहर पिलाकर मार दिया गया फिर बाद में चारों लोगों ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के समय मकान के सभी खिड़की-दरवाजे बंद कर दिए गए थे।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार तीनों बच्चों को जहर पिलाया गया था, जबकि अन्य चारों की मौत दम घुटने से हुई थी।

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