मथुरा। आम आदमी पार्टी [आप] के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भाजपा के प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर जमकर बरसे। उन्होंने फिर गुजरात के विकास को लेकर उनके दावों की बखिया उधेड़ीं। पहली बार उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती भी केजरीवाल के निशाने पर आ गईं। उन्होंने कहा कि जिस तरह मोदी ने किसानों की जमीन उद्योगपतियों को बांटी, वैसा ही मायावती ने किया।
नौहझील में जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में हमें काले झंडे दिखाए गए। जब हमने विरोध करने वालों से कारण पूछा तो वो बोले कि आप मोदी का विरोध क्यों करने आए हैं, देखो मोदी ने कितनी अच्छी सड़कें बनवाई हैं। हमने कहा कि यूपी में भी एक्सप्रेस-वे है, लेकिन गांव का विकास तो दिखाओ। इस पर काले झंडे दिखाने वाले बोले कि आप सही कह रहे हैं। आप नेता ने कहा कि गुजरात, हरियाणा की सरकारें विकास के नाम पर चंद उद्योगपतियों को खुश करने में लगी हैं। हरियाणा में डीएलएफ, रॉबर्ट वाड्रा, रिलायंस, तो गुजरात में अंबानी व अदानी और मायावती ने जेपी इंडस्ट्रीज और रिलायंस को किसानों की बेशकीमती जमीनें सस्ती खरीद कर दे दीं। हरियाणा में तो हाल यह है कि वहां के लोग मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सीएम के बजाय प्रॉपर्टी डीलर कहने लगे हैं।
नरेंद्र मोदी ने गुजरात में किसानों को ट्रैक्टर खरीद पर सब्सिडी बंद कर रखी है, लेकिन टाटा को नैनो कार का प्लांट लगाने के लिए जमीन सब्सिडी पर दे दी। मोदी ने बड़े उद्योगपतियों को खुश करने के लिए गुजरात के 60 हजार लघु व कुटीर उद्योग बंद करा दिए हैं। गुजरात के किसान खून के आंसू रो रहे हैं। पिछले आठ साल में वहां 800 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। अपने भाषण में उन्होंने गुंडों से देश बचाने की अपील लोगों से की।
इससे पूर्व मनीष सिसौदिया ने कहा कि देश में तीन बड़ी समस्याएं हैं। बदहाल किसान, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार। किसी भी सरकार ने किसानों को इंसान नहीं समझा, किसान हमेशा शोषण व लूट का शिकार रहा है। नेताओं और उनकी पार्टी की सरकारों को ये लगता है कि किसान जमीन का मालिक क्यों है? उप्र प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि किसानों की भूमि जबरन अधिग्रहीत कर प्राइवेट कंपनियों को सौंपी जा रही है। इसके लिए पूरे देश के किसानों को एकजुट होने की जरूरत है।
लोकदल नहीं दलदल
जनसभा के आयोजक किसान नेता रामबाबू कटैलिया ने कहा कि लोकदल तो चौ. चरण सिंह के समय में था, अजित सिंह ने इसे दलदल बना दिया है। किसानों के मसीहा चरण सिंह की असली छवि जयंत चौधरी में नहीं, बल्कि अरविंद केजरीवाल में दिखती है।
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