बुधवार, फ़रवरी 26, 2014

अपने बयान पर अड़े खुर्शीद, बोले, नपुंसक नहीं तो और क्या कहूं

फर्रुखाबाद। गुजरात के मुख्यमंत्री पर दिए गए अपने बयान पर विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद अभी भी कायम हैं। भाजपा की ओर से कड़ी आपत्ति जताने के बाद भी खुर्शीद अपनी बात पर अड़े हुए हैं और उन्होंने माफी मांगने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि मोदी को नपुंसक नहीं तो और क्या कहूं? राजनाथ सिंह केवल मुस्लिमों से माफी क्यों मांग रहे हैं, उन्हें तो पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए और मोदी को यह मान लेना चाहिए के गुजरात में दंगे जानबूझकर करवाए गए थे और अगर ऐसा नहीं था तो वे यह मान लें कि यह उनकी कमजोरी की वजह से हुआ था। खुर्शीद ने पूछा कि गोधरा में ट्रेन में आग लगने के बाद हुए दंगों को वह मुख्यमंत्री रहते क्यों नहीं रोक सके। अहसान जाफरी के घर हमला हुआ और 127 लोग मारे गए। सलमान ने 1984 के दंगों को लेकर कांग्रेस का बचाव किया। कहा कि दंगों में सर्वाधिक नुकसान सिख भाइयों को हुआ, लेकिन कांग्रेस ने माफी भी मांगी और उसी कौम के व्यक्ति को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व सेना के सर्वोच्च पद देकर जख्मों पर मरहम भी लगाया। मोदी दंगों पर माफी मांगने तक को तैयार नहीं हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को फर्रुखाबाद के अनंत होटल में वे कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे। एक कार्यक्रम में मोदी का नाम लिए बगैर सलमान खुर्शीद ने कहा था कि उनकी एक मंत्री माया कोडनानी लोगों को मरवाती हैं। उनको तो सुप्रीम कोर्ट ने क्लीनचिट नहीं दी। वह तो आपकी कैबिनेट की मंत्री थीं। उनको नहीं रोक पाये। हमारा आरोप यह नहीं है कि आपने मरवाया है। हमारा आरोप यह है कि आप नपुंसक हो, जो मारने वालों को रोक नहीं पाये।
उधर, मोदी के करीबी सहयोगी और गुजरात के मंत्री जय नारायण व्यास ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि खुर्शीद की यह अभद्र टिप्पणी लोकसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेसी नेताओं की हताशा को दिखाती है। भाजपा नेता सुधांशु मित्तल ने कहा कि वह निराश हैं कि इस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल उन लोगों द्वारा किया जा रहा है जो खुद को पढ़ा लिखा कहते हैं।
गुजरात दंगों के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह पुलिस व न्यायालय का सहारा लेकर दंगों की जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। मुख्यमंत्री रहते लोगों की सुरक्षा करने में वह नाकाम रहे। मोदी अब प्रधानमंत्री बनकर देश की रक्षा करने का दावा कर रहे।
विदेश नीति पर मुलायम के सुझाव स्वीकार
इससे पहले पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुलायम सिंह को बड़ा नेता बताते हुए सलमान खुर्शीद ने कहा कि सपा मुखिया यदि विदेश नीति पर कोई सुझाव देते हैं तो उस पर विचार किया जाएगा। गुजरात और उत्तर प्रदेश की तुलना करते हुए कहा कि गुजरात के कई विभागों में उत्तर प्रदेश से भी कम विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर दंगों पर अंगुली उठाने के बजाय दिलों के बीच की दूरी को पाटने की जरूरत है।

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