शुक्रवार, फ़रवरी 21, 2014

अन्ना के चुनाव प्रचार से नहीं पड़ेगा कोई असर : करात

 मुजफ्फरनगर। माकपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी के पक्ष में लोकसभा चुनाव प्रचार करने की अन्ना हजारे की घोषणा का कोई असर नहीं होगा।
गुरुवार को बुढ़ाना के जौला में दंगा पीड़ितों से मिलने पहुंचे माकपा राष्ट्रीय महासचिव ने 'दैनिक जागरण' से विशेष बातचीत में कहा कि तेलंगाना के मुद्दे पर संसद सबसे अधिक शर्मसार हुई है। सत्ताधारी दल के सांसदों का कृत्य निंदनीय है। उन्होंने कहा कि संसद की गरिमा को बनाए रखने की जिम्मेदारी सरकार की है, लेकिन इस प्रकरण में सबसे अधिक सत्ताधारी दल के सांसद अमर्यादित तरीके से पेश आए। सत्ताधारी दल को अपने सांसदों को अनुशासन के बंधन में रखना चाहिए। ऐसे सांसदों के खिलाफ पार्टी व संसद के नियम कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।
समाजसेवी अन्ना हजारे के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पक्ष में लोकसभा चुनाव में प्रचार की घोषणा के सवाल पर कहा कि इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। राजीव गांधी के हत्यारों को छोड़े जाने के सवाल पर यह कहते हुए कन्नी काट ली कि यह कानून का काम है।
मुलायम को बताएंगे दंगा पीड़ितों का दर्द
माकपा नेता प्रकाश करात 25 फरवरी को दिल्ली में थर्ड फ्रंट के 11 दलों की बैठक में समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव से दंगा पीड़ितों का दर्द रखेंगे। कार्यक्रम के बाद वे जौला में लिसाढ़ गांव के मजरा हसन के 143 शरणार्थी परिवारों से मिले।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बेघर हुए लोगों को मदद की मांग सपा मुखिया से रखेंगे। माकपा नेत्री सुभाषिनी अली ने कहा कि उन्होंने हसनपुर के शरणार्थियों को आर्थिक मदद देने के लिए शामली के जिलाधिकारी से वार्ता की है।

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