मोदी की रैली से पहले सात धमाकों से दहला पटना, पांच की मौत

शहर में सबसे पहला धमाका पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दस पर
बने सुलभ शौचालय में हुआ। दूसरा धमाका रेलवे स्टेशन के बाहर अहाते में हुआ।
उसके बाद तीसरा बम धमाका गांधी मैदान में मोदी के मंच से महज डेढ़ सौ मीटर
दूर ऐलिफिसटन सिनेमा के पास हुआ। चौथा धमाका जेपी गोलंबर के पास हुआ। इसके
बाद एक-एक कर तीन और धमाके हुए। सूत्रों ने बताया है कि रेलवे स्टेशन और
गांधी मैदान के पास से चार जिंदा बम भी बरामद हुए हैं। वहीं पुलिस ने एक
संदिग्ध को भी हिरासत में लिया है।
हुंकार रैली से
पहले पटना रेलवे स्टेशन पर बम फटने के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। सभी
घायलों को पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल के अधीक्षक
ने हालांकि तीन मौतों की ही पुष्टि की है। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं
का अस्पताल आना शुरू हो गया है। घायलों से मिलकर लौटे वरिष्ठ भाजपा नेता
गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रशासन से पूरी तरह से सुरक्षा चूक हुई है और
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने घायलों
के इलाज पर संतुष्टि जताई।
धमाके के बाद कुछ देर के लिए यहां से ट्रेनों की आवाजाही रोक लगा दी
गई। मौके पर बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड बुलाया गया और सभी जिंदा बमों
को डिफ्यूज कर दिया गया।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह ने बम धमाकों की निंदा करते हुए
कहा कि सभी बम कम तीव्रता वाले थे। उन्होंने छह बम धमाकों की पुष्टि की।
सिंह ने कहा कि एनएसजी और एनआइए की टीम पटना के लिए रवाना कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि पूरी घटना पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी गई है।
गौरतलब है कि मोदी की रैली को देखते हुए पटना स्टेशन पर पहले ही
सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए थे। लेकिन इसके बावजूद बम धमाकों की घटना ने
सुरक्षा इंतजामों की पोल खोलकर रख दी।
सूत्रों ने बताया है कि मृतकों में एक युवक गोपालगंज का, एक छपरा का और एक पटना के गौरीचक का निवासी है।
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