शुक्रवार, अक्तूबर 11, 2013

अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने आगे आए रिपब्लिकन

वाशिंगटन। अमेरिका में बजट संकट को लेकर रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच जारी टकराव थमता दिख रहा है। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स यानी प्रतिनिधि सभा के रिपब्लिकन सदस्यों ने बृहस्पतिवार को अमेरिका को डिफाल्टर होने से बचाने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया। इसमें ओबामा से आग्रह किया गया है कि दस दिनों से जारी कामबंदी (शटडाउन) को समाप्त कराने के लिए बातचीत करें।

भविष्य में अमेरिका की कर्ज लेने की पात्रता को सवालों के घेरे में लाने वाले रिपब्लिकन पार्टी की ओर से की गई यह पहल गतिरोध समाप्त करने कीच्इच्छा का संकेत है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह इस प्रस्ताव पर विचार करेगा। यह प्रस्ताव रिपब्लिकन के रुख में पर्याप्त बदलाव को दर्शाता है जिसने उम्मीद की थी कि इस हंगामे का खर्च और स्वास्थ्य सेवा पर आम सहमति को बराक ओबामा से खींचने के लिए इस्तेमाल कर लेगा। ये लक्ष्य अब भी यथावत हैं लेकिन रिपब्लिकन के इस प्रस्ताव से 17 अक्टूबर से डिफाल्टर होने का खतरा कम से कम मध्य या नवंबर के अंत तक टल जाएगा।
अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष जॉन बोएनर ने अपनी योजना पेश करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह समय इन पर समझौते करने का और बातचीत शुरू करने का कहा। ओबामा ने बुधवार को अपनी डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों से करीब एक घंटे बातचीत की थी। बैठक के दौरान उन्होंने सांसदों से कहा कि वह रिपब्लिकन से बातचीत करेंगे लेकिन 'अपने सिर पर बंदूक लगवाकर नहीं।' उल्लेखनीय है कि संसद सदस्य एक अक्टूबर से शुरू हुए नए वित्तीय वर्ष में खर्च योजना पारित कराने में नाकाम रहे, इस वजह से सरकार का कामकाज नौ दिनों से बंद है।

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