नई दिल्ली। कोयला घोटाला मामले में बड़े उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला भी घेरे में आ गए। सीबीआई ने 2005 में कोयला ब्लॉकों के आवंटन में कथित गड़बड़ियों को लेकर मंगलवार को उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन पर दस्तावेज में हेराफेरी करने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गई है। मंगलवार को सीबीआइ ने इस संबंध में दिल्ली समेत मुंबई, भुवनेश्वर और कोलकाता में छापेमारी भी की है। कुमार मंगलम आदित्य बिड़ला गु्रप के प्रमुख हैं। उनकी कंपनी ने भी कोयला खादान के लिए आवेदन दिया था।
कोयला घोटाले में यह 14वीं प्राथमिकी दर्ज की गई है। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने ओडिशा में 10 नवंबर, 2005 को आवंटित किए गए तालाबीरा के दो कोयला ब्लॉकों को लेकर आदित्य बिड़ला समूह और समूह की कंपनी हिंडाल्को के प्रतिनिधि के तौर पर कुमार मंगलम बिड़ला के खिलाफ मामला दर्ज किया। उन्होंने कहा कि जांच समिति की 25वीं बैठक के दौरान विद्युत उत्पादन के लिए ब्लॉक का आवंटन किया गया था। सीबीआई प्रवक्ता कंचन प्रसाद ने कहा कि सीबीआई तत्कालीन कोयला सचिव, आदित्य बिड़ला समूह की प्रतिनिधि मेसर्स हिंडाल्को, अज्ञात व्यक्तियों एवं अधिकारियों के खिलाफ एक नया मामला दर्ज कराया है।
उधर, कोयला घोटाले की गुम हुई फाइलों के मामले में दो प्रारंभिक जांच [पीई] का केस दर्ज कर सीबीआई ने कोयला मंत्रालय के अधिकारियों को बड़ी राहत दी है। दोनों केस 1993 से 2003 और 2004 से 2009 के बीच हुई कोयला ब्लाकों के आवंटन से जुड़ी फाइलों के गुम होने को लेकर है। गुरुवार को कोयला मंत्रालय और सीबीआई अधिकारियों के बीच बैठक में प्रारंभिक जांच का केस दर्ज करने का फैसला हुआ था।
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