रविवार, सितंबर 22, 2013

हिम्मत है तो अपने काम का ब्यौरा दें केंद्र के मंत्री: मोदी

नई दिल्ली। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पार्टी के मिशन 2014 को पूरा करने के लिए दिन रात एक कर रहे हैं। उनकी चुनावी रणनीति में जैसे देश में रह रहे लोग शामिल हैं वैसे ही एनआरआई भी शामिल हैं। इसके मद्देनजर उन्होंने पहली बार रविवार तड़के बतौर भाजपा पीएम प्रत्याशी अमेरिका के फ्लोरिडा में बसे भारतीयों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। मोदी ने अपने भाषण में शनिवार केन्या में हुए हमले का जिक्र करते हुए उम्मीद जताई कि वहां की सरकार अपने यहां से आतंकवाद को खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाएगी।

मोदी ने इस हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की। उन्होंने कहा कि मारे गए लोगों में भारतीय भी शामिल थे, जो काफी समय से वहां पर रह रहे थे। मोदी ने कहा कि भारतीय वहां पर महात्मा गांधी के समय ही रह रहे हैं। मोदी के भाषण में विश्व में पांव पसार रहे आतंकवाद पर गहरी चिंता जताई गई और इसको खत्म करने के लिए एकजुटता की भी बात कही।

मोदी ने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म और जात नहीं होती है। उसका मकसद केवल लोगों का खून बहाना होता है। इस दौरान जहां उन्होंने एनडीए के शासन काल की जमकर तारीफ की, वहीं यूपीए की जमकर आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि एनडीए के काल में न सिर्फ भारत ने बल्कि पूरी दुनिया ने तरक्की की। लेकिन यूपीए के आने के बाद उस तरक्की पर रोक लग गई। उन्होंने यूपीए सरकार को हर क्षेत्र में पूरी तरह से विफल बताते हुए कहा कि केंद्र देश की सुरक्षा से लेकर रोजगार, और महंगाई जैसे मुद्दों पर भी पूरी तरह से विफल रहा है। मोदी ने देश की तरक्की के लिए सभी को एक साथ आने और आगे बढ़ने का भी आहवान किया।

अपने भाषण में मोदी ने अटल के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का भी जिक्र किया और भाजपा को आम आदमी की पार्टी बताया। उन्होंने कहा कि आज लोगों को भाजपा से काफी उम्मीदें हैं जिसको पूरा करना पार्टी का दायित्व है। मोदी ने अपने भाषण में गरीब और गरीबी को लेकर दिए केंद्र सरकार के बयानों की भी तीखी आलोचना की।

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