
उन्होंने इस खत को पढने के बाद मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा दिए गए वचन पर अपना आमरण अनशन न करने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि सिद्धू के आमरण अनशन घोषणा से पार्टी हाईकमान स्तब्ध रह गया था। राजनाथ सिंह व पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को फोन कर सिद्धू के प्रोजेक्टों पर गंभीरतापूर्वक विचार करने का आग्रह किया था। देर रात नरेंद्र मोदी ने भी सिद्धू के मामले पर दखल दिया था तब जाकर मामला सुलझ पाया। सिद्धू के प्रोजेक्टों पर चिटठी लेकर देर रात पंजाब सरकार का एक अधिकारी उसके निवास स्थान पर पहुंचा था।
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