सोमवार, सितंबर 09, 2013

दिल्लीर- सिरफिरे आशिक ने पार की सारी हदें औ...



नई दिल्ली। उत्तर.पूर्वी जिले के अशोक नगर इलाके में रविवार सुबह सिरफिरे प्रेमी ने प्रेमिका के घर में घुसकर मारपीट की।
विरोध करने पर प्रेमिका के पिता योगेश जैन को गोली मार दी और मां पूनम जैन पर खाट का पाया मारकर सिर फोड़ दिया। डरकर कमरे में घुसी प्रेमिका और उसकी छोटी बहन पर भी आरोपी ने खिड़की से दो गोलियां चलाईं। संयोग से वे बच गईं। पड़ोसियों के इकट्ठा होने पर आरोपी पुष्पेंद्र फरार हो गया। ज्योति नगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। घायल दंपती को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिकए दोनों की हालत गंभीर है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त उत्तर.पूर्वी जिला वीवी चौधरी के मुताबिकए पुष्पेंद्र तीन वर्षो से युवती व उसके परिवार को परेशान कर रहा था। उसकी वजह से पीड़ित परिवार कई बार घर भी बदल चुका थाए लेकिन हर बार वह पता लगा वहां पहुंच जाता था। मूल रूप से मुजफ्फरनगर के रहने वाले योगेश जैन ख्53, अशोक नगर के गली नंबर.8 में पत्‍‌नी पूनम जैन ख्50, व दो बेटियों के साथ रहते हैं। दोनों बेटियों की उम्र 19 व 16 वर्ष है। इस मकान में यह परिवार शनिवार शाम को ही शिफ्ट हुआ था। इससे पूर्व डेढ़ साल से वे लोग बलबीर नगर में रह रहे थे। योगेश की बड़ी बेटी डीयू से पत्राचार से बीए द्वितीय वर्ष में पढ़ रही है। योगेश का खारी बावली में मसाले व प्रॉपर्टी का काम है। योगेश के एक करीबी के मुताबिकए तीन साल पहले परिवार भंगेल नोएडा फेज दो में रहता था। उस समय युवती गोल मार्केट के एक स्कूल में पढ़ती थीए तब उसकी दोस्ती संगम विहार के रहने वाले पुष्पेंद्र से हुई थी। कुछ समय बाद दोनों में अनबन हो गई। इसके बाद से पुष्पेंद्र ने युवती व उसके परिजन को परेशान करना शुरू कर दिया था। परेशान होकर दंपती परिवार समेत नोएडा से बलबीर नगर आ गए थे। वहां भी आरोपी युवक परिवार को परेशान कर रहा था।
युवती से शादी करना चाहता था आरोपी
पुलिस जांच में सामने आया है कि पुष्पेंद्र युवती से शादी करना चाह रहा था। लेकिन न युवती तैयार थी और न ही उसके पिता। रविवार सुबह साढ़े आठ बजे परिवार दूसरी मंजिल स्थित अपने घर में मौजूद थाए तभी अचानक पुष्पेंद्र वहां आ गया। उसने पहले युवती से मारपीट की। विरोध करने पर उसने बैग से पिस्टल निकाल योगेश जैन पर गोली चला दी। गोली उनके पेट में लगी। यह देख पूनम ने उसे पकड़ लिया तो उसने घर में रखे खाट के पाए से उनके सिर पर प्रहार कर दिया। वह घायल होकर फर्श पर गिर गईं। तब जान बचाने के लिए दोनों बहनों ने कमरे में घुसकर दरवाजा बंद कर लिया। इस पर उसने खिड़की से दोनों बहनों पर गोलियां चलाईंए लेकिन दोनों बच गईं। चीख.पुकार सुन बिल्डिंग के चौकीदार सोमदेव व पड़ोस के लोगों ने मकान का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। घिरता देख वह पड़ोस की छत पर छलांग लगा फरार हो गया।

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