रविवार, सितंबर 22, 2013

रावण के दस और भाजपा के सौ सिर: शरद यादव

जबलपुर, । जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि रावण के तो दस सिर थे, लेकिन भाजपा के सौ सिर हैं। यही वजह है कि जितने नेता हैं उतनी प्रकार की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के दिल में कुछ है और वोट के लिए कुछ और कर रहे हैं। इसलिए 17 साल तक सबंध रखने के बाद उनकी पार्टी एनडीए के गठबंधन से अलग हो गई। जदयू अध्यक्ष गुरुवार को यहां सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि देश वर्तमान में गठबंधन की राजनीति के दौर में है। इसी कारण जदयू मध्य प्रदेश में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रहा है। हालांकि, अभी तय नहीं हो पाया है कि यह गठबंधन कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी प्रकृति के साथ जीता है, लेकिन नए बाजार ने जंगल काट दिए और गांव विस्थापित कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों को बहुमत नहीं मिलेगा। सरकार थर्ड फ्रंट की ही बनेगी।

उन्होंने यह भी कहा कि सर्वे यूरोप में संभव है भारत में नहीं, क्योंकि यहां हर आधार पर बहुत भेदभाव है। शरद यादव ने कहा कि भाजपा मोदी का थियेटर चला रही है। क्योंकि टिकट थियेटर में ही होता है, लेकिन पिक्चर देखकर कोई वोट नहीं देता। मोदी का नाम कापरेरेट सेक्टर चला रहा है। जनता दल और मोदी का रास्ता अलग-अलग है।

इस दौरान गोंडवाना गंणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरा सिंह मरकाम ने कहा कि कहने को आदिवासियों के उन्नयन के कई कानून हैं बहुत सी योजनाएं भी हैं, लेकिन हकीकत बिल्कुल विपरीत है। आदिवासी निरंतर पिछड़ता जा रहा है। पिछले चुनाव में गोंगपा दो फाड़ हो गई थी, जिससे हमें ज्यादा सफलता नहीं मिली, लेकिन इस दफा क्षेत्रीय नेताओं को ही टिकट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्वाचल, बुंदेलखंड, बघेलखंड तथा महाकोशल में उनकी स्थिति बहुत बेहतर है और यहां से काफी सीटें जीत सकते हैं।

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