लंदन। हीथ्रो हवाई अड्डे पर पूछताछ के नाम पर घंटों रोके जाने के बाद
योगगुरू बाबा रामदेव गुस्से में आ गए। उन्होंने कहा कि इस मामले में विदेश
मंत्री को पत्र लिखने के बाद भी केंद्र सरकार ने उनकी कोई मदद नहीं की।
रामदेव ने यहां तक कहा कि उन्हें बताया गया है कि उनके नाम पर रेड अलर्ट
नोटिस जारी किया गया था, जो आतंकियों और अपराधियों के लिए जारी किया जाता
है। उन्होंने इसके पीछे भारत सरकार का हाथ होने का अंदेशा जताया है।
उन्होंने आशंका जताई है कि भारत सरकार ने इस प्रकरण में खलनायक की भूमिका निभाई है। बावजूद इसके ब्रिटिश सरकार अधिक समय तक झांसे में नहीं रही। रामदेव ने कहा, मैंने अपने जीवन में कुछ भी गलत या गैरकानूनी नहीं किया है। गौरतलब है कि रामदेव ब्रिटेन में पतंजलि योग पीठ ट्रस्ट की ओर से आयोजित योग शिविर और परिचर्चा की अध्यक्षता करने के लिए लंदन गए हुए हैं। इससे पूर्व ब्रिटेन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर शनिवार को उनसे दूसरे चरण की पूछताछ की गई तथा इसके बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी गई।
सूत्रों के अनुसार हवाई अड्डे के अधिकारियों की दूसरे दिन की पूछताछ उनके कारोबारी वीजा की बजाय यात्री वीजा पर सफर करने के संबंध में थी। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि उनके देश की सरकार ने ही उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने इस संबंध में पूरे विवरण की प्रतीक्षा करने की बात भी कही। साथ ही कहा कि यह ब्रिटिश अधिकारियों को भारत सरकार द्वारा गुमराह किये जाने का परिणाम है।
उन्होंने आशंका जताई है कि भारत सरकार ने इस प्रकरण में खलनायक की भूमिका निभाई है। बावजूद इसके ब्रिटिश सरकार अधिक समय तक झांसे में नहीं रही। रामदेव ने कहा, मैंने अपने जीवन में कुछ भी गलत या गैरकानूनी नहीं किया है। गौरतलब है कि रामदेव ब्रिटेन में पतंजलि योग पीठ ट्रस्ट की ओर से आयोजित योग शिविर और परिचर्चा की अध्यक्षता करने के लिए लंदन गए हुए हैं। इससे पूर्व ब्रिटेन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर शनिवार को उनसे दूसरे चरण की पूछताछ की गई तथा इसके बाद उन्हें जाने की अनुमति दे दी गई।
सूत्रों के अनुसार हवाई अड्डे के अधिकारियों की दूसरे दिन की पूछताछ उनके कारोबारी वीजा की बजाय यात्री वीजा पर सफर करने के संबंध में थी। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि उनके देश की सरकार ने ही उनका साथ नहीं दिया। उन्होंने इस संबंध में पूरे विवरण की प्रतीक्षा करने की बात भी कही। साथ ही कहा कि यह ब्रिटिश अधिकारियों को भारत सरकार द्वारा गुमराह किये जाने का परिणाम है।
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