अल-कायदा द्वारा किया गया यह अब तक के इतिहास का सबसे खतरनाक हमला था। 19 आतंकियों ने प्लान के मुताबिक 4 अमेरिकी यात्री विमानों को कब्जे में लिया और उन्हें अपने खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए लेकर निकल पड़े। वर्ल्ड ट्रेड सेंट के बाद एक तीसरा अन्य हवाई जहाज अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 77 को अमेरिकी डिफेंस डिपार्टमेंट की दुनिया की सबसे सुरक्षित इमारत पेंटागन में झोंक दिया गया। जिसकी वजह से पेंटागन के पश्चिमी हिस्से को काफी नुकसान हुआ। चौथा हवाई जहाज यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93 का लक्ष्य अमेरिका के लिए सबसे खौफनाक साबित हो सकता था लेकिन इस फ्लाइट के यात्रियों की दिलेरी और देशभक्ति के चलते आतंकी ऐसा नहीं कर पाए। इस जहाज को वॉशिंगटन डीसी में जाकर झोंकने की तैयारी थी लेकिन अपनी जान की परवाह करते बिना उस जहाज के यात्रियों ने आतंकियों से जूझते हुए प्लेन को शैक्सविले, पेंसिलवेनिया के खेतों में क्रैश करने पर मजूबर कर दिया और अमेरिका का राजनीतिक केंद्र वॉशिंगटन डीसी सुरक्षित रह सका।
उन दर्दनाक हमलों में तकरीबन 3000 लोगों की जान गई, जिसमें जहाजों में मौजूद 227 यात्री भी शामिल थे। हालांकि अल कायदा सरगना ओसामा बिन लादेन ने शुरुआत में इस हमले में अपनी भूमिका से इंकार कर दिया था लेकिन 2004 में उसने इन हमलों की जिम्मेदारी ले ली। गुस्से से लाल अमेरिका ने अपनी पूरी सैन्य शक्ति को झोंकते हुए अफगानिस्तान पर हमला बोला और सालों तक तालिबान को ध्वस्त करने के अपने अभियान में बेशक वह काफी हद तक सफल रहा लेकिन अफगानिस्तान में उसे ओसामा का नामोनिशान तक नहीं मिला। हालांकि 2 मई 2011 को एक लंबे खुफिया अभियान के बाद अमेरिका ने ओसामा को पाकिस्तान के एबटाबाद में खोज निकाला और रातों-रात धावा बोलते हुए ओसामा को मार गिराया और तकरीबन 10 साल पहले अमेरिका पर किए गए उस दर्दनाक हादसे का बदला लिया।
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