शनिवार, जून 04, 2011

सपना

K SALEEM
चांदनी रात में

नील गगन में

तारों की छाओं में,

चंदा मामा को देखा,

आ रही थी मां की याद

तभी एक परी आई

ले गई तारों के पास

खूब खिलाया

खूब घुमाया

जादू की छड़ी से

जहाज बनाया

परी रानी ने

तभी मम्मी की आवाज आई

स्कूल नहीं जाना

आंख खुली, तो सपना था

पर वह भी अपना था।



खुशनुमा सलीम

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