बेंगलुरु। भारतीय महिला हॉकी टीम रियो ओलंपिक इसी वर्ष महीने के अंत में
इंग्लैंड का दौरा करेगी। वह मेजबान टीम के साथ चार टेस्ट मैचों की सीरीज
में खेली लेगी। भारतीय टीम का न्यूजीलैंड में हाल ही में सम्पन्न हॉक बे कप
में निराशाजनक प्रदर्शन रहा था लेकिन टीम इस टूर्नामेंट की अपनी गलतियों
से सबक लेकर इंगलैंड में होने वाली इस टेस्ट सीरीज में अपनी तैयारियों को
और मजबूत करेगी। भारतीय टीम 30 अप्रैल को लंदन के लिए रवाना होगी। भारतीय
टीम के राष्ट्रीय कोच नील हावगुड ने कहा कि टीम अपनी पिछली गलतियों से सबक
लेते हुए अपने प्रदर्शन में सुधार कर रही है। हम हॉक बे कप में बेहतर
प्रदर्शन कर सकते थे लेकिन टीम ने कई गलतियां की जो हम पर भारी पड़ीं। हमने
अपने कमजोर पक्षों को देखते हुए इसमें सुधार किया है और हमें पूरी उम्मीद
है कि इंगलैंड में हमारे प्रदर्शन में सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा
कि ओलंपिक में भारत और इंगलैंड एक ही पूल में हैं जिसे देखते हुए इंगलैंड
तैयारियों के मद्देनजर एक कड़ा प्रतिद्वंद्वी होगा। हमें इंग्लैंड में 4
टेस्ट खेलने हैं और उसके बाद हमारी योजना आस्टेलिया में मेजबान टीम और
जापान के खिलाफ खेलने की है। ओलंपिक से पहले हमारी योजना पूल की एक अन्य
टीम अमेरिका के खिलाफ 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में खेलना भी है। इंगलैंड
दौरे में जा रही भारतीय टीम की कप्तान रितु रानी ने कहा कि हमारी प्रमुख
चिंता टीम की अच्छी शुरूआत है। हमने जापान के खिलाफ क्वार्टरफाइनल में
शुरूआती मिनटों में ही गोल खाए थे। शुरूआत में ही पिछडने के बाद हम पर दबाव
आ जाता है और टीम को हार का सामना करना पडता है। हमने इंगलैंड दौरे से
पहले कड़ा अभ्यास किया है और वहां हमारा मुख्य लक्ष्य अपने मैदानी गोलों और
पेनल्टी कार्नर पर सुधार में रहेगा।
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