जेंटलमैन खेल की नई नस्ल में विराट के ही चर्चे हैं। हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ धौनी की कप्तानी में भारतीय टीम की दुर्दशा हो गई और इसके बाद उन्हें चोट के नाम पर टीम से छुट्टी दे दी गई। नाटकीय अंदाज में विराट एशिया कप में भारतीय टीम के कप्तान बने। इस दौरान इंटरनेट पर भी धौनी की लोकप्रियता में गिरावट आई जबकि विराट के प्रशंसकों की संख्या में इजाफा हुआ।
सर्वे करने वाली संस्था टीआरए की ब्रांड ट्रस्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्केट और प्रशंसकों का कोहली पर विश्वास बढ़ा है। भारतीय क्रिकेट के विश्वसनीय चेहरों में सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धौनी और सौरव गांगुली के साथ विराट कोहली का नाम रखा जा रहा है। ब्रांड पर नजर रखने वाली संस्था टीआरए के सीईओ एन. चंद्रमौली कहते हैं कि इस साल कोहली ने धौनी को कड़ी टक्कर दी है। विराट की नेतृत्वक्षमता ने भी मार्केट को प्रभावित किया है। यही नहीं सर्च इंजन गूगल की एक रिपोर्ट के मुताबिक एशिया कप की कप्तानी मिलने और इस टूर्नामेंट में शतक लगाने के बाद गूगल सर्च में विराट का जलवा रहा। पिछले 30 दिनों के ट्रेंड को देखें तो पता चलता है कि इंटरनेट पर कोहली ने धौनी को पछाड़ दिया है। यही नहीं 2013 में इस भारतीय युवा बल्लेबाज ने धौनी से ज्यादा विज्ञापन करार किए हैं। विराट अब किसी कंपनी से एक साल के करार के लिए तीन से साढ़े चार करोड़ रुपये तक ले रहे हैं। यह सब बताता है कि धीरे-धीरे ही सही विराट कई मामलों में विश्व कप चैंपियन कप्तान धौनी से आगे निकल रहे हैं।
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