शनिवार, मार्च 29, 2014

साबिर पर नकवी के ट्वीट से मचा बवाल, 'कांग्रेस-आप' ने भी साधा निशाना

नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड 'जदयू' से निष्कासित साबिर अली के भाजपा में शामिल होने की खबर जैसे ही सार्वजनिक हुई वैसे ही उनका विरोध भी शुरू हो गया। भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी के इस बाबत सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर विरोध जताने के बाद कांग्रेस और आप ने भी भाजपा पर हमले तेज कर दिए हैं।
नकवी के जवाब में कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने लिखा कि नकवी ने कहा कि साबिर का भटकल के साथ रिश्ता है। दाऊद का भी नाम आ रहा है। इस पर मैं मोदी के समर्थकों की राय जानना चाहता हूं। वहीं आप नेता आशुतोष ने ट्विटर के जरिए कहा कि मोदी के अधीन चल रही भाजपा सत्ता में आने के लिए कोई भी समझौता करने को तैयार है। क्या पार्टी में अब दाऊद को भी स्वीकार किया जाएगा? मुख्तार नकवी के स्टेटमेंट से यह साफ हो गया है।
हालांकि इसके बाद नकवी ने तो अपना ट्वीट हटा लिया लेकिन भाजपा पर साबिर को लेकर हमले लगातार जारी हैं। गौरतलब है कि साबिर के भाजपाई बनने के बाद नकवी ने कहा था कि ऐसे लोग भाजपा में शामिल हो गए हैं अब बस दाउद के पार्टी में शामिल होने की बारी है। दूसरी ओर संघ ने भी साबिर की सदस्यता रद करने को कहा है।
नकवी का आरोप था कि साबिर अली आतंकियों के दोस्त हैं। नकवी ने यासीन भटकल का नाम लेते हुए कहा था कि साबिर अली की आतंकियों के साथ दोस्ती है। इस बीच उठे विवादों के बाद जहां एक ओर साबिर की भाजपा में सदस्यता को लेकर कई बातें सामने आ रही हैं वहीं नकवी के आरोपों पर सफाई देते हुए साबिर ने कहा कि यदि उन पर लगे आरोप साबित होते हैं, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। साबिर ने कहा कि एक कमेटी बनाकर उनकी जांच करा ली जाए, वह बैठकर बात करने को तैयार हैं और बेदाग साबित होने तक इंतजार करेंगे।

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