नई दिल्ली। पाटलिपुत्र से टिकट नहीं मिलने से नाराज राजद के सांसद रामकृपाल यादव ने शनिवार को राष्ट्रीय जनता दल के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया है लेकिन टिकट के बंटवारे में जिस तरह से परिवारवाद का खेल खेला गया उससे मैं काफी दुखी हूं।
संवाददाताओं को संबोधित करते हुए रामकृपाल ने कहा कि उन्होंने पार्टी के साथ कभी विश्वासघात नहीं किया। हमेशा पार्टी के साथ रहा। पार्टी के लिए बहुत कुछ किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि पार्टी के फैसले से वे आक्रोशित नहीं हैं, बल्कि दुखी हैं और यह कहते ही वे भावुक हो गए।
उन्होंने कहा कि मीसा उनसे मिलने दिल्ली आई थीं, लेकिन वे नहीं मिल सके, जिसका उन्हें बहुत दुख है। रामकृपाल ने कहा कि मीसा बेटी की तरह है। मैं बेटी की बात मना नहीं कर सकता था, लेकिन मीसा का दिल्ली आना इमोशनल अत्याचार था।
लालू द्वारा की गई टिप्पणी 'रेस के बीच नहीं बदलते घोड़ा' के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने रेस के घोड़े को बदलने को नहीं कहा था। उन्होंने कहा कि पार्टी कहीं न कहीं भटक गई है। पार्टी छोड़ने के बारे में किए गए सवाल पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे फिलहाल पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं। वे सिर्फ सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं। चुनाव लड़ने का विकल्प अभी खुला है।
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