मंगलवार, मार्च 25, 2014

फिर चर्चा में आया आजमगढ़ का संजरपुर गांव


लखनऊ। एक बार फिर आतंकवाद का जिन्न आजमगढ़ में जाग उठा है। एनआइए [राष्ट्रीय जांच एजेंसी] की टीम सरायमीर थाना क्षेत्र के संजरपुर गांव में पहुंची। यहां टीम ने तीन फरार कथित आतंकवादियों के घर पर कुर्की की कार्रवाई की तो तीन के घरों पर गैर जमानती वारंट के साथ दस्तक दी। जिले का संजरपुर गांव आतंकवादियों के मामले में पहले भी चर्चा में रह चुका है।
पता चला है कि एक दिन पहले ही टीम ने जिले में डेरा डाल दिया था। सोमवार को टीम सरायमीर थाने की पुलिस से संपर्क कर उसके साथ संजरपुर गांव पहुंची। वहां उसने आतंकी घटनाओं के आरोपी बड़ा साजिद पुत्र स्व.कुरैश, डा.शहनवाज पुत्र शादाब उर्फ मिस्टर तथा खालिद पुत्र स्व.सगीर के घर पर कुर्की की कार्रवाई की। इस दौरान शादाब ने बताया कि वह खुद नहीं जानते उनका बेटा कहां है।
सूत्रों के मुताबिक एनआइए के निरीक्षक प्रवीण कुशवाहा समेत दो लोग रविवार को ही थाने पहुंचे थे और संजरपुर के लोगों के बारे में जानकारी हासिल की थी। सोमवार को थाने की पुलिस के साथ गांव में पहुंचकर कुर्की की कार्रवाई की और सारा सामान थाने की सुपुर्दगी में दे दिया। किसके घर से क्या-क्या कुर्क किया गया, इस सवाल पर एनआइए के निरीक्षक ने जवाब देने से यह कहते हुए मना कर दिया कि मामला गंभीर है। हालांकि, पुलिस के आला अधिकारी इसकी पुष्टि करने से कतराते रहे और फोन तक रिसीव नहीं किया।
आतंकी घटना के आरोपी अबु राशिद शेख उर्फ डंडा पुत्र एखलाक, मो. राशिद उर्फ सुल्तान पुत्र असारारुल हसन, शादाब अहमद पुत्र इम्तेयाज के घर पहुंचकर टीम ने गैर जमानती वारंट की जानकारी दी और कहा कि उन्हें अदालत में हाजिर कराएं। इस पर परिवार के लोगों ने कहा कि हमें खुद पता नहीं कि वे कहां हैं।

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