
इससे पहले मायावती ने मंगलवार को हरियाणा के हिसार में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस व भाजपा, दोनों ही प्रमुख दलों पर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को भूमि अधिग्रहण विधेयक व आरक्षण के मसले पर कठघरे में खड़ा किया तो भाजपा को सांप्रदायिक करार दिया। मायावती ने उत्तर प्रदेश में सर्व समाज के कल्याण की दुहाई देते हुए मोदी के विकास फार्मूले को नकार दिया।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि आजादी के बाद केंद्र व अधिकांश राज्यों में सबसे अधिक शासन कांग्रेस व भाजपा ने किया। लंबे शासन के बावजूद बहुजन समाज की स्थिति में सुधार नहीं आया। गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती गई। जिन राज्यों में दलितों व गरीबों की ज्यादा तादाद थी, वहां की जमीन व जंगलों को पूंजीपतियों के हाथों बहुत कम दामों में बेच दिया। नतीजतन, दुखी व परेशान लोग गलत रास्ते पर चल पड़े।
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