नई दिल्ली. अल नीनो। ज्यादा बारिश या सूखे जैसी स्थिति में मौसम की बेरुखी को लेकर आपने यह शब्द कई बार सुना होगा। पश्चिमी देशों के वैज्ञानिक हाल में चेतावनी भी दे चुके हैं कि इस साल अल नीनो की वजह से भारत सहित दक्षिण एशिया में भयंकर सूखा पड़ सकता है। लेकिन अल नीनो से डरने की जरूरत नहीं है और यह महज पश्चिमी देशों द्वारा फैलाया गया वहम मात्र है। यह कहना है भारत के मौसम विभाग का। विभाग का कहना है कि देश के कमोडिटी और स्टॉक मार्केट को अस्थिर करने के लिए पश्चिमी देश ऐसी अफवाह फैला रहे हैं।
भारतीय मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल लक्ष्मण सिंह राठौर ने कहा, अगर भारत के एग्रीकल्चर कमोडिटी और स्टॉक मार्केट में गिरावट आती है तो यह अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के हित में होगा। इसलिए वे अफवाह फैला रहे हैं। उनके ऐसा करने से लोग जमाखोरी शुरू कर देंगे और संभवत: जानबूझ कर चीजों की कमी बताई जाएगी। राठौर ने कहा कि इस बात को सब जानते हैं कि भारत में मानसून एक संवेदनशील मुद्दा है जिस पर लाखों किसानों की रोजी रोटी और अर्थव्यवस्था टिकी हुई है। इसलिए पश्चिमी देशों की इस सलाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।

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