सोमवार, मार्च 24, 2014

निराशा में डूबा ये गरीब देश, जेल में कैद है उनका ये भारतीय हीरो

नई दिल्ली। अगर सुप्रीम कोर्ट ने सुब्रत राय सहारा को जेल में बंद नहीं किया होता और विदेश जाने से मना नहीं किया होता तो वह कहां जाते। क्या आप कोई अंदाजा लगा सकते हैं कि वह कहां जाते और क्या करते? इसका अंदाजा लगाना काफी मुश्किल है क्योंकि सहारा प्रमुख एक ग्लोबल बिजनेसमैन हैं और उनकी रुचि न्यूयॉर्क जैसे शहरों में रहती है। लेकिन वह मैसिडोनिया में हो सकते थे जहां वह 240 एकड़ जमीन पर लास वेगास जैसे बड़े आलीशान लग्जरी होटल और कॉॅम्प्लैक्स बना रहे होते।
राय, जोकि तिहाड़ जेल से बाहर निकलने के लिए सारे तिकड़म लगा रहे हैं, वे मैसिडोनिया के हीरो हैं। यहां उन्होंने 2.7 अरब यूरो की लागत से टूरिस्ट कॉम्पैक्स बनाने और 20,000 गायें लाने का वादा किया था। दुनिया का एक ऐसा कोना जो कि सहारा ग्रुप के प्रमुख की गिरफ्तार से सबसे ज्यादा हैरान और निराश है वह और कोई नहीं मैसिडोनिया है।
पिछले साल 20 लाख बालकन लोगों वाले इस छोटे से देश ने भारतीय उद्योगपति का खुले दिल से स्वागत किया था, जो उनकी खस्ता हाल अर्थव्यवस्था को उबारने वाला था। रिपब्लिक ऑफ मैसिडोनिया की बेरोजगारी दर रिकॉर्ड 30 फीसद है। यहां हर तीसरा आदमी गरीबी में जी रहा है और विदेशी निवेश की आस में बैठा है।

एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राय ने पूरी दुनिया में मैसिडोनिया को ही क्यों चुना? वह एक भ्रष्टाचार मुक्त देश को खोज रहे थे। अंतत: उन्हें मैसिडोनिया में सब कुछ मिल। राय ने अक्टूबर में एक भाषण के दौरान कहा था, 'यह विचार मेरे दिमाग में लंबे अर्से से चल रहा था, मैं एक ऐसे शहर, एक ऐसे देश को ढूंढ रहा था जो प्यार और सम्मान से भरा हो, एक देश जहां कोई भ्रष्टाचार न हो और मैंने ये सब मैसिडोनिया में देखा।'

राय ने पिछले साल जनवरी, जुलाई और अक्टूबर 2013 में मैसिडोनिया का दौरा किया था। यहां उन्होंने प्रधानमंत्री और अन्य शीर्ष सरकारी मंत्रियों को आश्वासन दिया और अपनी योजना से अवगत कराया। मैसिडोनिया की सरकार की नजर में सहारा एक अच्छे कारोबारी हैं जो गरीबों की मदद करना चाहते हैं क्योंकि मदर टेरेसा, जोकि मैसिडोनिया की हैं उन्होंने भारत के गरीबों की काफी मदद की थी। यहां की सरकार को आखिरकार ऐसा निवेशक मिल गया था जो मैसिडोनिया की अर्थव्यवस्था को बचा सकता था। लेकिन सहारा के जेल जाने से उनको ऐसा झटका लगा है कि वह कुछ समझ नहीं पा रहे। अब मैसिडोनिया में सहारा की योजनाएं सफल होंगी या नहीं या मैसिडोनिया को स

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