मुंबई महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना [मनसे] से बढ़ती भाजपा की नजदीकियों पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एतराज जताया है। हालांकि, पार्टी मुखपत्र सामना के जरिए मंगलवार को शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया था कि उसका दो दशक पुराना गठबंधन जारी रहेगा, लेकिन पार्टी बैठक के बाद उद्धव भाजपा पर जमकर बरसे। उद्धव ने भाजपा नेतृत्व से यह स्पष्ट करने को कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी की ओर से निर्णय करने का अधिकार किसे दिया गया है।
उद्धव गोपीनाथ मुंडे की तारीफ करने और नितिन गडकरी पर निशाना साधने में भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने कहा, 'मुंडे और उनकी टीम के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं। अचानक कुछ लोग बीच में कूदकर श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं।' गौरतलब है कि पिछले सप्ताह गडकरी की मनसे प्रमुख राज ठाकरे से हुई मुलाकात के बाद से शिवसेना-भाजपा के रिश्तों में तल्खी आनी शुरू हुई। इसके बाद भाजपा की ओर से मान-मनौवल का दौर चल रहा है।
मंगलवार सुबह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र फणनवीस उद्धव से मिले और शाम को प्रदेश प्रभारी राजीव प्रताप रूड़ी की मुलाकात तय है। उद्धव ने अपने चचेरे भाई राज ठाकरे का नाम लिए बिना भाजपा से पूछा कि क्या वह उसी तरह किसी भी पार्टी या व्यक्ति का समर्थन लेना पसंद करेगी, जैसे दिल्ली में सरकार बनाने के लिए आम आदमी पार्टी ने लिया था, या जैसे पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर ने राजीव गांधी का समर्थन लिया था। क्या वह जरूरत पड़ने पर कांग्रेस का समर्थन लेने से भी नहीं हिचकेगी। अगर ऐसा ही होना है तो हम में और केजरीवाल में क्या फर्क है?
उद्धव ने याद दिलाया कि हम ंिहंदुत्व के मुद्दे पर साथ आए थे। हम भाजपा के संकटकाल में भी साथ खड़े रहे, लेकिन अब उनके दिन बदल रहे हैं। उद्धव ने कहा कि वह दोनों पार्टियों के गठबंधन के मुद्दे पर भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से भी बात करेंगे।
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