बड़ा आतंकी हमला नाकाम
आतंकियों के एक और बड़े हमले को नाकाम करते हुए सेना और पुलिस ने शुक्रवार को करीब 10 घंटे तक चली मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया। हालांकि इस घटना में एक जवान शहीद हो गया और दो सैन्यकर्मी घायल हो गए।
सुबह साढ़े चार बजे आतंकियों ने एक बोलेरो लूटकर उसमें सवार चार लोगों को दौड़ाकर गोली मार दी, इसमें एक की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद वाहन चालक का गला रेत दिया। इनका निशाना कठुआ के पास नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक के बीच स्थित जंगलोट का सैन्य शिविर था।
माना जा रहा है कि आतंकी सीमा पार से आए थे। आतंकी भारी गोला-बारूद और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस थे। मुठभेड़ के दौरान रेल यातायात और नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद रहा।
सुबह साढ़े चार बजे आतंकियों ने एक बोलेरो लूटकर उसमें सवार चार लोगों को दौड़ाकर गोली मार दी, इसमें एक की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद वाहन चालक का गला रेत दिया। इनका निशाना कठुआ के पास नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक के बीच स्थित जंगलोट का सैन्य शिविर था।
माना जा रहा है कि आतंकी सीमा पार से आए थे। आतंकी भारी गोला-बारूद और अत्याधुनिक उपकरणों से लैस थे। मुठभेड़ के दौरान रेल यातायात और नेशनल हाईवे पूरी तरह बंद रहा।
मारे गए तीन आतंकी
जम्मू जोन के आईजीपी राजेश कुमार ने ऑपरेशन समाप्त होने की घोषणा करते हुए तीन आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की है। भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा से मात्र पांच किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे पर तरनाह नाला के पास सुबह लगभग साढ़े चार बजे सेना की वर्दी में पहुंचे आतंकियों ने राधा स्वामी आश्रम सांबा से पंजाब की ओर जा रही एक बोलेरो को रोककर उसमें सवार चार लोगों को नीचे उतारा और उन्हें भागने को कहा जबकि ड्राइवर को रोके रखा।
चारों लोग जब नाले के पुल के पास से नीचे की ओर भागे तो आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसाईं। इसमें जीत राम (निवासी विजयपुर) की मौके पर ही मौत हो गई, अन्य तीन साहिब सिंह, गुरप्रीत सिंह और कमलजीत सिंह (सभी निवासी गुरदासपुर, पंजाब) बुरी तरह घायल हो गए।
इसके बाद आतंकी ड्राइवर तरसेम के साथ कठुआ की ओर बढ़े। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जीएमसी अस्पताल जम्मू पहुंचाया। तीनों आतंकी कठुआ के पास स्थित एसके फार्म के पास खड्ड की ओर से गए लेकिन वहां बोलेरो पत्थरों में फंस गई। इस बीच सेना, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया।
चारों लोग जब नाले के पुल के पास से नीचे की ओर भागे तो आतंकियों ने उन पर गोलियां बरसाईं। इसमें जीत राम (निवासी विजयपुर) की मौके पर ही मौत हो गई, अन्य तीन साहिब सिंह, गुरप्रीत सिंह और कमलजीत सिंह (सभी निवासी गुरदासपुर, पंजाब) बुरी तरह घायल हो गए।
इसके बाद आतंकी ड्राइवर तरसेम के साथ कठुआ की ओर बढ़े। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को जीएमसी अस्पताल जम्मू पहुंचाया। तीनों आतंकी कठुआ के पास स्थित एसके फार्म के पास खड्ड की ओर से गए लेकिन वहां बोलेरो पत्थरों में फंस गई। इस बीच सेना, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया।
भारी गोला बारूद बरामद
मुठभेड़ में 111 रॉकेट रेजिमेंट का एक जवान शहीद हो गया जबकि दो जख्मी हो गए। शहीद लांस नायक वी एंथोनी शिविर के पिछले गेट पर तैनात था। ऑपरेशन के दौरान पैरा कमांडो और सेना के चापर का भी इस्तेमाल किया गया।
इस बीच बोलेरो के ड्राइवर तरसेम का शव बाद में लंगेर रोड पर मिला। आतंकियों ने ड्राइवर के हाथ पैर बांधने के बाद बड़ी बेरहमी से उसका गला रेत दिया था।
सुरक्षा बलों ने आतंकियों के पास से मिले हथियार किसी फिदायीन हमले में उपयोग होने वाले हथियारों से कई गुना ज्यादा था। सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकियों के पास से रेडियो सेट, तीन पिस्टल, तीन एके-47, 18 मैगजीन, ग्रेनेड, आईडी और अन्य हथियार बरामद किए हैं।
इस बीच बोलेरो के ड्राइवर तरसेम का शव बाद में लंगेर रोड पर मिला। आतंकियों ने ड्राइवर के हाथ पैर बांधने के बाद बड़ी बेरहमी से उसका गला रेत दिया था।
सुरक्षा बलों ने आतंकियों के पास से मिले हथियार किसी फिदायीन हमले में उपयोग होने वाले हथियारों से कई गुना ज्यादा था। सुरक्षा बलों ने मारे गए आतंकियों के पास से रेडियो सेट, तीन पिस्टल, तीन एके-47, 18 मैगजीन, ग्रेनेड, आईडी और अन्य हथियार बरामद किए हैं।
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