नई दिल्ली। ऑनलाइन शॉपिंग करने वालों के लिए एक बुरी खबर आ रही है। डिस्काउंट की लालच में ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स खरीदने वालों पर कंपनियां शिकंजा कसने वाली हैं। दुनिया की बड़ी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनियां ऑनलाइन डिस्कांउट को बंद करने की फिराक में हैं।
ईटी में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सोनी, एप्पल, नोकिया और सैमसंग जैसी कंपनियां ऑनलाइन शॉपिंग पर दिए जा रहे भारी भरकम डिस्काउंट और इससे रिटेल स्टोर्स में बिक्री पर हो रहे असर पर रोक लगाने की तैयारी कर रही हैं।
बेशक, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजॉन इंडिया और स्पैनडील पर मिलने वाले डिस्काउंट से ग्राहकों को काफी फायदा मिलता है। यहां ग्राहक कम कीमत पर अपना मनचाहा प्रोडक्ट ले सकते हैं। लेकिन यह भी सच है इन ऑनलाइन प्लेटफार्म की वजह से दुकानों और मॉल में सेल खत्म हो गई है। यही कारण है कि इन कंपनियों ने इस मसले पर हाथ मिलाया है। सोनी, एप्पल, नोकिया, सैमसंग जैसी कंपनियां मिलकर ऑनलाइन कीमतों में दिए जा रहे बेतहाशा डिस्काउंट के खिलाफ लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रही हैं।
खबर के मुताबिक, लेनोवो, निकॉन और टोशिबा ने पहले ही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे फ्लिपकार्ट, अमेजॉन और स्नैपडील पर प्रोडक्ट खरीद के बारे ग्राहकों को सलाह दे दी है कि यह उनके आधिकारिक ट्रेड पार्टनर नहीं है।
कंपनियों के एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की कोशिशों से साफ है कि रिटेल मार्केट में बिक्री पर अच्छा-खासा असर हो रहा है। कंपनियों का मानना है कि ई-कॉमर्स मार्केट में दिए जा रहे इस तरह के डिस्काउंट गलत हैं और इससे उनके ब्रांड पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
कीमतों की बात करें तो ऑनलाइन और रिटेल स्टोर्स में 4 से 5 हजार का अंतर मिल रहा है। 16 जीबी के एप्पल आईफोन 5एस की स्नैपडील पर 48,999 रुपये है जबकि मार्केट में ये 53500 रुपये का मिल रहा है। वहीं, सैमसंग गैलेक्सी नोट 3 की बाजार में कीमत 46,900 रुपये है जबकि फ्लिपकार्ट पर आप इसे 43,349 रुपये में खरीद सकते हैं। सोनी एक्सपीरिया जेड1 अमेजन डॉटइन से आप 36,050 रुपये में खरीद सकते हैं जबकि बाजार में इसकी कीमत 39,640 रुपये है।
हालांकि, पोर्टल की स्ट्रैटेजी बिलकुल साफ है। उनका कहना है कि वो सिर्फ बिक्री का जरिया हैं और विक्रेता उनके इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। कीमतें तय करने या डिस्काउंट ऑफर देने में उनकी कोई भागीदारी नहीं होती है। लेकिन यह बात तो साफ हो गई है कि रिटेल स्टोर्स पर घटती बिक्री को देखते हुए कंपनियां ऐसे ऑनलाइन डिस्काउंट्स पर रोक लगा सकती है।
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