मंगलवार, फ़रवरी 25, 2014

रात में चला तेंदुए को पकड़ने का सर्च अभियान, फिर भी पकड़ से बाहर

मेरठ। कैंट क्षेत्र में तेंदुए की तलाश में पुलिस प्रशासन ने वन विभाग के सहयोग से सोमवार रात सर्च अभियान जारी रखा। डीएम पंकज यादव, डीआइजी के सत्यनारायण व एसएसपी ओंकार सिंह आदि अफसरों ने औघड़नाथ मंदिर व रजबन के आसपास वन क्षेत्र में जाकर सर्च अभियान चलाया।
80 प्रतिशत प्रतिष्ठान बंद रहे:
सोमवार को बंद के दौरान कैंट क्षेत्र में 80 प्रतिशत प्रतिष्ठान बंद रहे। होटल, रेस्टोरेंट, निशांत सिनेमा आदि जरूर खुले पर कारोबार 30 प्रतिशत ही रहा। लालकुर्ती पैंठ में नजर आने वाली भीड़ नजर नही आई। शहर के अधिकांश हिस्से में बाजार खुले रहे। पैंठ आदि में ग्राहक कम दिखाई दिए। आबूलेन, सदर आदि क्षेत्र में सोमवार को बंदी के चलते भी बाजार बंद रहे।
'तेंदुआ पकड़ना मेरा काम नहीं':
तेंदुआ पुलिस, सेना व वन विभाग को ठेंगा दिखाकर कैंट बोर्ड अस्पताल से फरार हो गया। लोग घरों में जाग-जाग कर रात बिता रहे थे। सोमवार को डीआइजी 27 घंटे बाद सदर बाजार इलाके में पहुंचे। मीडिया ने उनसे सवाल किए तो बोले, तेंदुए को तलाशना उनका काम नहीं है।
रविवार को पूरे दिन की जद्दोजहद के बाद तेंदुआ देर रात फरार हो गया था। उस समय सदर बाजार के इलाके बेगमपुल और आबूलेन में दहशत फैल गई थी। हर कोई खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा था। घरों के गेट बंद करने के बाद लोगों ने रात जाग-जाग कर काटी है। एसएसपी और डीएम गाड़ी में गश्त कर रहे थे। वहीं, एसपी सिटी पुलिस की कमान संभालकर वन विभाग के एक्सपर्ट के साथ तेंदुए को तलाश रहे थे। इसके बाद भी डीआइजी और आइजी मौके पर नहीं पहुंचे। आइजी शहर से बाहर थे, जबकि डीआइजी शहर में होने के बाद भी सोमवार को करीब दो बजे सदर बाजार इलाके में पहुंचे। उनके देरी से पहुंचने पर लोगों ने विरोध जताया।
इसी बीच, मीडिया ने तेंदुए से लोगों की सुरक्षा व्यवस्था और तलाश पर सवाल किए तो बोले, यह हमारा काम नहीं है।

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