पटना. लोकसभा चुनाव से पहले विधायकों की बगावत की खबर के बीच राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव मंगलवार को भड़क गए। वह जब घर से बाहर निकले तो उनका सामना विधान परिषद का टिकट मांगने वाले नेताओं से हो गया। ये नेता नारेबाजी कर रहे थे। इन्हें लालू यादव ने जम कर लताड़ा और खदेड़ दिया।
पार्टी में टूट की खबर मिलने के बाद लालू यादव मंगलवार सुबह ही पटना से दिल्ली पहुंचे। उन्होंने 12 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई। इससे पहले उन्होंने नीतीश कुमारऔर विधानसभा अध्यक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'नीतीश डायवोर्स के बाद से पागल हो गया है। प्रलोभन देकर विधायकों को तोड़ रहा है। और स्पीकर के लिए पता नहीं क्या कहा जाए। 13 विधायकों का अलग ग्रुप बना दिया। वह कैसे बना सकता है? यह बहुत बड़ा षडयंत्र है।'
मालूम हो कि सोमवार को राजद के 13 विधायकों के पाला बदलने की खबर आई। राजद में सोमवार को दिनभर उथल-पुथल रही। दिन में पार्टी में टूट की खबर आई। दो घंटे बाद से ही विधायक सामने आने लगे और कहा- "हम कहीं नहीं गए।" जदयू पर साजिश का आरोप लगाया। देर रात तक 9 विधायक पार्टी कार्यालय या राबड़ी के घर पहुंच चुके थे। दो ने लालू को भरोसा दिया कि वे साथ हैं। लेकिन सम्राट चौधरी और जावेद अंसारी बागी हो गए।
हुआ यूं कि दोपहर में विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने राजद के 13 विधायकों को अलग समूह के रूप में मान्यता दे दी। ये कानून संगत नहीं था। इसके लिए 15 विधायक होने चाहिए थे। ऐसा लगा जैसे सारा खेल जदयू ने ही करवाया। खैर, राजद तुरंत डैमेज कंट्रोल में जुटा। अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी अल्पमत सरकार बचाने के लिए हार्स ट्रेडिंग कर रहे हैं।
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