शुक्रवार, फ़रवरी 21, 2014

एक भाई बना दूल्हा दूसरे की उठी अर्थी

 लखनऊ। वक्त की करवट ने बंथरा निवासी एक परिवार की तस्वीर कुछ ऐसी बदली कि वह दूसरों के लिए नजीर बन गया। एक बेटे की शादी की खुशियों पर लगे मौत के ग्रहण से दुखी परिजनों ने गहरे सदमे के बीच वह कदम उठाया, जो रोज देखा और सुना नहीं जाता। एक जवान बेटे की अर्थी उठने से पहले दूसरे बेटे को दूल्हा बनाकर बारात रवाना की गई।
बंथरा के ग्राम हमीरपुर निवासी रज्जन लाल सैनी की बारात गुरुवार को उन्नाव के मोहान जानी थी। दोनों घरों में शादी की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थी। रिश्तेदार आ चुके थे, लेकिन सुबह रज्जन व उसकी प्रेमिका प्रिया के शव लालाखेड़ा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के पीछे पड़े मिले। रज्जन के आंगन में जहां मंडप सजा था, वहां मातम छा गया। रज्जन के तीन बड़े भाई कल्लू, रजोल व राजकुमार उर्फ राजू बारात की तैयारी में लगे थे। सदमे में डूबे इन भाइयों के लिए कोई भी निर्णय आसान नहीं था। मां शिवदेवी व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। इस हालात में परिवार के कुछ बड़े लोगों ने कन्या पक्ष से संपर्क किया। शादी की पूरी तैयारी के बाद ऐन मौके पर दूल्हे की मौत की खबर कन्या पक्ष के लिए पैरों तले जमीन खिसका देने वाली थी। वहां भी कोहराम मच गया। ऐसी विषम परिस्थिति में रज्जन के बड़े भाई अविवाहित राजकुमार को शादी के लिए राजी कर लिया गया। इस दौरान परिजन मच्र्युरी में रज्जन के शव का पोस्टमार्टम करा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक परिवार के कुछ सदस्य राजकुमार को दूल्हा बनाकर बारात लेकर उन्नाव के लिए रवाना हो गए। इसके बाद रज्जन का शव उसके घर ग्राम हमीरपुर भेजा गया।

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