मंगलवार, अक्टूबर 22, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव: अकेले लड़ने की तैयारी में अकाली दल

नई दिल्ली। मुख्यमंत्री उम्मीदवार को लेकर मचे घमासान से परेशान भाजपा के लिए सहयोगी दल की ओर से भी परेशानी भरी खबर है। उसका पुराना सहयोगी शिरोमणि अकाली दल [शिअद] बादल विधानसभा चुनाव में उससे अलग होने की राह पर बढ़ चला है। मनमाफिक सीट नहीं मिलने से नाराज शिअद 12 से 16 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर दी है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में राजग के पुराने सहयोगी शिअद के साथ भाजपा का चुनावी तालमेल खतरे में पड़ता दिख रहा है। हालांकि, इसे बचाने के लिए दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच बातचीत जारी है। यदि बात नहीं बनती है तो मंगलवार को शिअद अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकता है।
जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को शिअद के अध्यक्ष व पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल के साथ पार्टी की दिल्ली प्रदेश इकाई के नेताओं की बैठक हुई। जिसमें दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य तथा तालमेल को लेकर चर्चा की गई। बैठक में यह तय किया गया कि यदि भाजपा उनकी मांग नहीं मानती है तो पार्टी अकेले अपने दम पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में उतरेगी। बैठक में सुखबीर बादल को एक दर्जन सीटों के बारे में जानकारी दी गई जिसमें सिखों की अच्छी तादाद है।
सोमवार को दिल्ली प्रदेश इकाई की बैठक अध्यक्ष मनजीत सिंह जी के अध्यक्षता में हुई। जिसमें 16 ऐसी सीटों की पहचान की गई, जिसमें शिअद की अच्छी संभावना है। इनकी सूची पार्टी हाईकमान को भेजी गई है। जिससे कि यह तय किया जाए कि इनमें से किन सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार उतारे जाएं। पार्टी नेताओं का कहना है कि पंजाब में भाजपा को सम्मानजनक सीटें दी गई थीं। जिस पर वह अपने चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ी थी। दिल्ली में शिअद भी उनसे वैसा ही समझौता चाहता है। लेकिन, भाजपा उनकी शर्ते नहीं मान रही है। जिस वजह से अकाली नेता अपने दम पर चुनाव लड़ने की योजना बनाने को मजबूर हो रहे हैं।

राजौरी गार्डन, तिलक नगर, हरि नगर, मोती नगर, तिमारपुर, आदर्श नगर, ग्रेटर कैलाश, कालकाजी, शकूर बस्ती, विश्वास नगर, पटपड़गंज एवं शाहदरा।
सोमवार को पार्टी की कोर कमेटी की बैठक हुई है, जिसमें 16 सीटों की सूची तय कर पार्टी हाईकमान को भेज दी गई है। मंगलवार को पार्टी की रणनीति सार्वजनिक कर दी जाएगी। शिअद [बादल] के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनजीत सिंह जी ने कहा कि बातचीत जारी है, उम्मीद है कि सीटों के बंटवारे को लेकर समाधान निकल जाएगा।
दिल्ली प्रदेश के मीडिया संयोजक हरीश खुराना ने कहा कि पंजाब में भाजपा- अकाली दल का गठबंधन है। दिल्ली में पिछले विधानसभा चुनाव में अकाली दल [बादल] के साथ भाजपा का गठबंधन था और इस बार भी यह जारी रहेगा।

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