मंगलवार, अक्टूबर 22, 2013

आरोपों पर भड़क गए बाबा रामदेव, सोनिया गांधी पर साधा निशाना

ramdevहरिद्वार। योगगुरु बाबा रामदेव के छोटे भाई रामबरत पर लगाए गए अपहरण और धमकाने के आरोप सामने आने के बाद मंगलवार को योगगुरू भड़क गए। उन्होंने बिना नाम लिए इसके लिए सीधे सीधे सोनिया गांधी को जिम्मेदार ठहरा दिया। उन्होंने कहा कि एक परिवार जैसा चाहता है वैसा हो जाता है। उन्होंने इसको लोकतंत्र का मजाक बताया। रामदेव ने कहा कि वह पहले से ही जानते थे कि उनके साथ इस तरह का कुछ हो सकता है। इसकी जानकारी उन्होंने मीडिया में भी एक पत्रकार वार्ता के दौरान दी थी।
उन्होंने एक पत्रकार वार्ता में आरोप लगाया कि सरकार उन्हें यौन अपराध, सेक्स रैकेट समेत हत्या जैसे घृणित अपराधों में फंसाकर जेल भेजना चाहती है। रामदेव ने कहा कि उनका परिसर बेहद विशाल है। इस वजह से परिसर में गलत धंधा करने वालों को पहले भेजकर फिर वहां से गिरफ्तार करके सरकार उन्हें बदनाम करने की साजिश रच रही है।
गौरतलब है कि रामदेव के छोटे भाई पर उनके ही पूर्व कर्मचारी नितिन त्यागी ने सोमवार को अपहरण कर बंधक बनाने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। जिसकेबाद हरकत में आई पुलिस ने पतंजलि योगपीठ फेस-2 में छापामार कर पूर्व कर्मचारी को मुक्त कराया था। इस सिलसिले में योगगुरु के भाई के चार निजी सुरक्षा कर्मियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि रामदेव के भाई की तलाश की जा रही है।
छुड़ाए गए युवक नितिन त्यागी के दादा सोम की तहरीर के आधार पर कनखल थाने में योग गुरु के भाई रामबरत सहित पांच लोगों के खिलाफ अपहरण और बंधक बनाने का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उधर देर रात पतंजलि फेज-2 के प्रभारी ओम प्रकाश शर्मा ने थाने में नितिन त्यागी के खिलाफ चोरी की तहरीर दी है। पुलिस की कार्रवाई के विरोध में शहर विधायक भाजपा नेता मदन कौशिक, विधायक यतीश्वरानंद, आदेश चौहान और मेयर मनोज गर्ग सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने कनखल थाने में हंगामा किया। वे गिरफ्तार आरोपियों को रिहा करने, मुकदमा समाप्त करने की मांग कर रहे थे। नौकरी की तलाश में हरिद्वार आए नितिन त्यागी पुत्र गोपाल सिंह त्यागी निवासी रई थाना छपार जिला मुज्जफरनगर की 18 अक्टूबर की सुबह योगगुरू के भाई रामबरत से रास्ते में मुलाकात हुई।
आरोप है कि रामबरत ने अपने निजी सुरक्षा कर्मियों की मदद से नितिन को पकड़ लिया और जबरन गाड़ी में बैठाकर पतंजलि योगपीठ फेस-2 ले गए। वहां उसे बंधक बना चार दिनों तक मारा पीटा गया। इस बीच, नितिन के परिजनों ने उससे मिलने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। रुड़की निवासी प्रदेश किसान कांग्रेस के महासचिव हरपाल सिंह त्यागी के हस्तक्षेप पर योगगुरु के भाई रामबरत ने नितिन के दादा सोम को आंखों पर पट्टी बांध उससे मिलवाया।
सोमवार सुबह हरपाल सिंह स्वयं नितिन से मिलने पहुंचे, लेकिन उन्हें न उससे मिलवाया गया और न ही रामबरत बात करने को राजी हुए। इस पर उन्होंने सोमवार शाम को एसएसपी राजीव स्वरूप को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने सीओ कनखल चंद्रमोहन के नेतृत्व में थानाध्यक्ष बहदराबाद आरके सकलानी के साथ पतंजलि योगपीठ फेस-2 पर छापा मार वहां बंधक बनाए गए नितिन को छुड़ाया।
साथ ही रामबरत के निजी सुरक्षा कर्मी रमेश, संजीव, महावीर और रमेश को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया। रामबरत की तलाश की जा रही है। उधर, चर्चा है कि रामदेव के भाई रामबरत को पुलिस हिरासत में ले लिया हैं हालाकि पुलिस इस बात पुष्टि नहीं कर रही है।

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