रविवार, अक्तूबर 13, 2013

कोट लखपत जेल में ही बंद है सरबजीत का हत्यारा

तरनतारन, सोहल [धर्मवीर सिंह मल्हार]। गत 26 अप्रैल को सरबजीत सिंह पर कोट लखपत जेल में हुए हमले में भारतीय कैदी किरपाल सिंह का भी हाथ है। पाकिस्तान के इशारे पर ही किरपाल सिंह ने सरबजीत को मारने की साजिश रची। इसी के तहत हमलावर किरपाल सिंह की बैरक में आए। वहां चाय में नशीला पदार्थ मिला सरबजीत को पिलाया। यह बात शनिवार को सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने गांव सोहल में दिलबाग सिंह उर्फ बिट्टू से मुलाकात करने के बाद कही। बिट्टू 16 माह की कैद काटकर कोट लखपत जेल से कुछ दिन पहले ही रिहा होकर देश लौटा है।
दिलबाग सिंह के खुलासे के बाद दलबीर कौर भावुक हो उठीं, जिससे उनका रक्तचाप बढ़ गया। गुस्सा थोड़ा शांत होने पर दलबीर कौर ने दैनिक जागरण से बताया, सरबजीत के कातिलों तक पहुंचाने के लिए आपके समाचार पत्र ने जो मदद की है उसे कभी भुला नहीं पाऊंगी । दिलबाग सिंह सरबजीत के कत्ल का दूसरा गवाह है। गुरदासपुर के सुनील कुमार ने भी जेल में सरबजीत के कत्ल की साजिश देखी थी। अब मामला संयुक्त राष्ट्र में उठाया जाना चाहिए। दलबीर कौर ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान के इशारे पर ही किरपाल सिंह ने सरबजीत पर हमले की साजिश रची। इससे पहले सरबजीत के साथ किरपाल का दो बार झगड़ा हुआ था। किरपाल सिंह अपना धर्म बदल चुका है। अब वह अली मुहम्मद दीन के नाम से जाना जाता है।
जेल में किरपाल उर्फ अली मुहम्मद दीन को वीआइपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। दलबीर कौर ने कहा कि देशद्रोही किरपाल पर भारत में मुकदमा चलाया जाए। वह सरबजीत को इंसाफ दिलाने के लिए डॉ. राज कुमार वेरका, पीएल पुनिया व गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से मिल चुकी हैं।

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