नई दिल्ली। रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ संदिग्ध जमीन सौदे के आरोपों की जांच की मांग करने के बाद अपने पार्टी सहयोगियों के निशाने पर आए गुड़गांव के कांग्रेस सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। उन्होंने रेवाड़ी में एक जनसभा में इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि वह आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस टिकट पर नहीं लड़ेंगे।
राव इंद्रजीत ने रेवाड़ी में राव तुलाराम की जयंती के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर नहीं लड़ने का ऐलान किया। समझा जा रहा है कि वह जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
गुड़गांव में जमीन के सौदे के मामले में आईएएस अधिकारी अशोक खेमका की रिपोर्ट के बाद पूरे देश में उठे बवाल के बाद सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा के साथ-साथ कांग्रेस के अहीरवाल क्षेत्र के 5 विधायकों पर भी भूमि का उपयोग बदलने पर सवाल उठाए थे। इसके बाद इन विधायकों ने राव इंद्रजीत सिंह को भी कठघरे में खड़ा किया था। बाद में मुख्य संसदीय सचिव राव दान सिंह ने तो वाड्रा को क्लीन चिट देते हुए किसी भी जांच की संभावना से ही इन्कार कर दिया था। इंद्रजीत सिंह काफी समय से प्रदेश की हुड्डा सरकार से नाराज चल रहे थे।
कुछ समय पूर्व जब मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यक्रमों में उनकी उपेक्षा होने लगी, तो उन्होंने पार्टी हाइकमान पर दबाव बनाने के लिए इस क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप अपनी ही सरकार पर लगाना शुरू कर दिया था।
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