बक्सर/चौसा दिल्ली से पटना आ रही 12402 डाउन मगध एक्सप्रेस की एसी प्रथम श्रेणी की बोगी में सोमवार को गहमर व चौसा स्टेशन के बीच कर्मनाशा पुल पार करते ही अचानक आग लग गयी। बोगी में फंसे यात्रियों ने चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका और भाग कर अपनी जान बचायी।
आग की लपटें ट्रेन की दूसरी बोगी की ओर भी जाते देख चालक ने पीछे की बोगी की अलग कर दिया और जलती बोगी व उसके आगे की बोगी को लाकर चौसा स्टेशन के मेन लाइन पर खड़ा कर दिया। जहां फायर ब्रिगेड ने डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चला है। दानापुर रेल मंडल के जनसंपर्क पदाधिकारी आर के सिंह ने बताया कि मंडल रेल प्रबंधक एन के गुप्ता घटनास्थल पर पहुंच गये हैं।
ट्रेन 11.02 बजे दिलदार नगर से रवाना हुई और 11.35 बजे चौसा स्टेशन से कुछ ही दूर पहले यह हादसा हुआ। घटना के संबंध में ट्रेन की एच-1 प्रथम श्रेणी बोगी के जी केबिन में यात्रा कर रहे दिल्ली के व्यवसायी दिलबहार सिंह ने बताया कि अचानक उन्हें बोगी में धुआं भरने का अहसास हुआ। बोगी में कुल पांच-सात लोग ही थे और सभी घबड़ा कर एक जगह जमा हो गये।
दूसरी बोगी से भी लोग उधर पहुंचे और चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोका गया। कुछ ही देर में बोगी से आग की लपटें उठने लगी। धू-धू कर जलती बोगी के आगे-पीछे की बोगियों में यात्रा कर रहे लोग भी भाग कर दूसरी बोगियों में चले गये। इसके बाद चालक पी नाथ ने जान पर खेलकर जलती बोगी के पीछे के हिस्से को अलग किया और बाकी ट्रेन को लेकर चौसा स्टेशन पर चले आये। आनन-फानन में आरक्षी अधीक्षक बाबू राम व अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारी भी फायर ब्रिगेड के साथ मौके पर पहुंच गये। लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया। हादसे की वजह से ट्रेन के चार बोगियों के यात्री चौसा स्टेशन पर और बाकी यात्री कर्मनाशा पुल के समीप घंटों फंसे रहे। वहीं, दिल्ली-गुवाहाटी संपूर्ण क्रांति धरौली में, ब्रह्मपुत्र मेल दिलदार नगर में, महानंदा एक्सप्रेस भदौरा में तथा अपर इंडिया एक्सप्रेस गहमर में फंसी रही।
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