मंगलवार, सितंबर 06, 2016

अमिताभ ने नातिन, पोती के नाम लिखी दिल छू लेने वाली चिट्ठी


मुंबई, भाषा। महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी नातिन नव्या और पोती अराध्या को दिल छू लेने वाली चिट्ठी लिखी है जिसमें उन्होंने दोनों से कहा है कि वे बढ़ती उम्र के साथ स्वतंत्र एवं मजबूत महिलाएं बनें। 18 साल की नव्या अमिताभ की बेटी श्वेता की बेटी है जबकि चार साल की अराध्या उनके बेटे अभिषेक की बेटी है।

 www.visharadtimes.com

big-b_1473057462
अभिनेता ने चिट्ठी में लिखा कि दोनों लड़कियों को समृद्ध विरासत मिलने का सौभाग्य हासिल है लेकिन लड़कियां होने की वजह से उन्हें समाज की धारणाओं और विरोध का सामना करना होगा। लेकिन वह उनके सामने ना झुके। उन्होंने लिखा, तुम दोनों अपने नाजुक कंधों पर एक अनमोल विरासत संभाल रही हो – अराध्या, अपने परदादा डॉ हरिवंश राय बच्चन और नव्या, अपने परदादा श्री एच पी नंदा की विरासत। अमिताभ ने कहा तुम दोनों के परदादाओं ने तुम्हारे मौजूदा उपनामों को काफी सम्मान, गौरव और पहचान दिलायी है। तुम दोनों भले ही नंदा हो या बच्चन, लेकिन लड़कियां, महिलाएं भी हो। चूंकि तुम महिलाएं हों, लोग तुमपर अपनी सोच थोपेंगे, तुम्हारे लिए सीमाएं तय करेंगे। वे तुमसे कहेंगे कि किस तरह के कपड़े पहनो, किस तरह व्यवहार करो, तुम किससे मिल सकती हो, कहां जा सकती हो। लोगों की धारणाओं के साये में मत जीना। 73 साल के अभिनेता ने दोनों को लिखा कि वे अपनी राह खुद चुनें, वह रास्ता जो दुनिया की नहीं बल्कि उनकी पसंद पर आधारित हो।
navya-aaradhya

उन्होंने लिखा, अपने विवेक के आधार पर तुम अपने फैसले लेना। किसी भी इंसान को यह समझाने मत दो कि तुम्हारी स्कर्ट की लंबाई से तुम्हारे चरित्र को मापा जा सकता है। किसी और की सोच को अपने उपर हावी मत होने दो कि तुम किससे दोस्ती करो ना करो। अमिताभ ने लिखा, तुम शादी करना चाहती हो, इस के अलावे किसी और कारण से शादी मत करना। लोग बात करेंगे। वे कुछ बुरी बातें कहेंगे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि तुम्हें सबको सुनना है। लोग क्या कहेंगे, इसकी कभी चिंता मत करना। खत के आखिरी हिस्से में अमिताभ ने कहा कि आज के समय में महिला होना आसान नहीं है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि दोनों लड़कियां हालात को बदलेंगी।
उन्होंने लिखा, अंतत: अपने काम के नतीजे का तुम्हें ही सामना करना है, इसलिए अपने लिए किसी और को फैसला ना लेने दो। नव्या – तुम्हारे नाम, उपनाम से तुम्हें जो विशेषाधिकार मिला है, वह महिला होने के नाते तुम्हारे सामने आनी वाली मुश्किलों से तुम्हें नहीं बचाएगा। अमिताभ ने कहा, अराध्या, जब तक तुम यह देखोगी और समझोगी, हो सकता है कि मैं तब तक ना रहूं। लेकिन मुझे लगता है कि मैं जो सोमवार को कह रहा हूं वह तब भी प्रासंगिक होगा। यह दुनिया महिलाओं के लिए एक मुश्किल दुनिया है। लेकिन मेरा मानना है कि तुम्हारे जैसी महिलाएं ही इसे बदलेंगी। अपनी खुद की सीमा तय करना, खुद के फैसले लेना, दूसरों की धारणाओं से उपर उठना, भले ही आसान ना हो लेकिन तुम हर कहीं महिलाओं के लिए एक उदाहरण पेश कर सकती हो। अभिनेता ने कहा कि उन्हें अपने नाम की बजाए उन दोनों के दादा, नाना के तौर पर जाने जाने पर ज्यादा गौरव महसूस होगा। उन्होंने लिखा, ऐसा करो और फिर मैंने अब तक जितना कुछ भी किया है, तुम उससे कहीं ज्यादा नाम करोगी। और मुझे अमिताभ बच्चन की बजाए तुम्हारे दादा, नाना के तौर पर पहचाने जाने पर सम्मान महसूस होगा।

कोई टिप्पणी नहीं: