नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो
ममता बनर्जी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में बुधवार को रैली कर चुनावी
अभियान की शुरुआत की। लेकिन उनकी रैली पूरी तरह से विफल साबित हुई। मैदान
पूरी तरह से खाली था। रैली में अन्ना हजारे भी शामिल होने वाले थे लेकिन
आखिरी समय में बीमार हो जाने की वजह से नहीं आए।
रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कांग्रेस और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां देश के लिए काम नहीं करती। आज जनता हमारे साथ है। ममता ने लता मंगेशकर के गाये गाने ये मेरे वतन के लोगों.. गाकर लोगों में जोश भरने की कोशिश की। लेकिन दिल्ली में उनकी पार्टी का आगाज कुछ अच्छा नहीं कहा जा सकता।
ममता ने कहा कि अन्ना दिल्ली में रैली चाहते थे। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ संदेश देने आया हूं कि मैं आपके साथ हूं।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार ममता न सिर्फ दिल्ली की सभी संसदीय सीटों पर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी उतारेंगी, बल्कि दिल्ली का अगला विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी।
तृणमूल कांग्रेस को जब से अन्ना का साथ मिला है और पार्टी ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है, तब से दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में टिकट के दावेदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। राजधानी की सात लोकसभा सीटों के लिए अब तक लगभग 200 दावेदारों के आवेदन आ चुके हैं और उनकी छंटनी का काम भी शुरू हो गया है। पार्टी फिलहाल दिल्ली में अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूती देने में लगी है।
पार्टी के दिल्ली मामलों के प्रभारी विनोद सिंह ने बताया कि ममता व अन्ना की रैली हर संसदीय क्षेत्र में की जाएगी। आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी दोनों की संयुक्त रैली होंगी। उन्होंने बताया कि पार्टी और दावेदारों की कई स्तर पर समीक्षा करने के बाद उनके नामों की घोषणा करेगी। उनके मुताबिक रामलीला मैदान की रैली में कुछ उम्मीदवारों के नामों का एलान हो सकता है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अन्ना का साथ पकड़ दिल्ली में अपनी राजनीतिक जमीन तैयार की और फिर उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की गद्दी भी संभाली थी।
जानकारों के मुताबिक ममता को भी यही लगता है कि वह भी अन्ना को साथ लेकर अपनी छवि को राष्ट्रीय स्तर पर चमका सकती हैं। इसी के तहत उन्होंने दिल्ली में आकर संवाददाता सम्मेलन किया था और दिल्ली में चुनाव लड़ने का एलान भी।
रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कांग्रेस और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां देश के लिए काम नहीं करती। आज जनता हमारे साथ है। ममता ने लता मंगेशकर के गाये गाने ये मेरे वतन के लोगों.. गाकर लोगों में जोश भरने की कोशिश की। लेकिन दिल्ली में उनकी पार्टी का आगाज कुछ अच्छा नहीं कहा जा सकता।
ममता ने कहा कि अन्ना दिल्ली में रैली चाहते थे। उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ संदेश देने आया हूं कि मैं आपके साथ हूं।
सूत्रों के मुताबिक, इस बार ममता न सिर्फ दिल्ली की सभी संसदीय सीटों पर अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी उतारेंगी, बल्कि दिल्ली का अगला विधानसभा चुनाव भी लड़ेगी।
तृणमूल कांग्रेस को जब से अन्ना का साथ मिला है और पार्टी ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है, तब से दिल्ली स्थित पार्टी कार्यालय में टिकट के दावेदारों की भीड़ उमड़ने लगी है। राजधानी की सात लोकसभा सीटों के लिए अब तक लगभग 200 दावेदारों के आवेदन आ चुके हैं और उनकी छंटनी का काम भी शुरू हो गया है। पार्टी फिलहाल दिल्ली में अपने संगठनात्मक ढांचे को मजबूती देने में लगी है।
पार्टी के दिल्ली मामलों के प्रभारी विनोद सिंह ने बताया कि ममता व अन्ना की रैली हर संसदीय क्षेत्र में की जाएगी। आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी दोनों की संयुक्त रैली होंगी। उन्होंने बताया कि पार्टी और दावेदारों की कई स्तर पर समीक्षा करने के बाद उनके नामों की घोषणा करेगी। उनके मुताबिक रामलीला मैदान की रैली में कुछ उम्मीदवारों के नामों का एलान हो सकता है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने अन्ना का साथ पकड़ दिल्ली में अपनी राजनीतिक जमीन तैयार की और फिर उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री की गद्दी भी संभाली थी।
जानकारों के मुताबिक ममता को भी यही लगता है कि वह भी अन्ना को साथ लेकर अपनी छवि को राष्ट्रीय स्तर पर चमका सकती हैं। इसी के तहत उन्होंने दिल्ली में आकर संवाददाता सम्मेलन किया था और दिल्ली में चुनाव लड़ने का एलान भी।
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