गुरुवार, मार्च 06, 2014

ब्रज की होली का हल्ला, गली-गली मुहल्ला-मुहल्ला

लखनऊ। मथुरा, वृंदावन, हाथरस, और आसपास का सारा इलाका यानी ब्रज की होली का अपना अलग ही अंदाज है। हर कोई इस रंग में रंगा नजर आता है। यह असर देश विदेश सब जगह देखने को मिलता है।
फागुन माह भर चलने वाली होली को भले ही देश भर के लोग प्रत्यक्ष रूप से नहीं देख पाते हों लेकिन ब्रज की होली के बारे में जानते सभी हैं। यहां की होली ने विदेशों में भी धूम मचाई है। इसका प्रमाण यहां की होली से प्रभावित होकर दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना ने होली पर डाक टिकट जारी किए हैं। इतना ही नहीं इस्लामिक देश यमन, अरब ने भी कृष्ण राधिका के चित्र वाले एयर टिकट जारी किए हैं।
होली का रंग केवल भारतीयों को ही नहीं रंगता, कई देशों में इसकी ख्याति है। हर साल ब्रज के कई गांवों में होली का मजा लेने के लिए सात समन्दर पार से लोग आते हैं। एशिया ही नहीं यूरोपियन भी ब्रज की जीवंत तस्वीर पेश करते हुए यहां की होली के नाम पर टिकट जारी किए हैं। 1969 में गुयाना में 6 सेंटस व 25 सेंटस की डाक टिकट जारी की है। इनमें भगवान श्रीकृष्ण-राधा अन्य गोपिकाओं के साथ होली खेलते दिखाए गए हैं। फगवा फेस्टीवल के नाम से यह टिकट जारी किया है। इस्लामिक देश यमन ने एयर टिकट पर भगवान श्रीकृष्ण व राधा को मधुवन में विहार करते दिखाया है। कहीं न कहीं विदेशी सरकारों ने यह प्रयास भारतीय विशेषकर ब्रज की संस्कृति से अभिभूत होकर ही किए हैं। इन सभी टिकटों का संग्रह है शहर के सराफ शैलेन्द्र वाष्र्णेय के पास। उनका कहना है उनके पास तमाम देशों और भारत के पुराने से पुराने डाक टिकट हैं, लेकिन अभी तक उनके हाथ होली से जुड़ा भारतीय डाक टिकट नहीं है। उन्होंने मांग की है कि केन्द्र सरकार भी विदेशी सरकारों से सबक लेते हुए प्रेम, भाईचारे, एकता के प्रतीक होली के त्योहार पर भी डाक टिकट जारी करे।

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