शुक्रवार, मार्च 07, 2014

ताज दिखाने के बहाने आगरा ला कोठे पर बेच दी गर्भवती पत्नी

लखनऊ। मोहब्बत की बेमिसाल निशानी ताजमहल दिखाने के बहाने आगरा आए एक युवक ने गर्भवती पत्नी को कोठे पर बेच दिया। एक संस्था ने पुलिस की मदद से छापा मारकर विवाहिता समेत तीन युवतियों को मुक्त कराया।
यहां से बरामद की कई लड़कियों की उम्र 18 से 20 साल है, इनमें दो गर्भवती हैं। उन्हें नौकरी का लालच 
कश्मीरी बाजार में पुलिस के दवाब के बाद जिस्मफरोशों ने कोठों पर ताले तो डाल दिए, लेकिन धंधा नहीं रुका है। बंगाल व असम से तीन युवतियों को नौकरी का झांसा देकर जिस्मफरोशों ने आगरा लाकर कोठे पर बेच दिया। उनको बंधक बनाकर जबरन वेश्यावृत्तिकराई जा रही थी। एक मददगार के माध्यम से लड़कियों की गुहार दिल्ली की संस्था रेस्क्यू फाउंडेशन तक पहुंची। कल संस्था ने सीओ ताज सुरक्षा मनीषा सिंह के नेतृत्व में फोर्स के साथ मिलकर कार्रवाई की। यहां विवाहिता समेत तीन लड़कियों को बरामद करने के साथ ही रैकेट से जुड़े प्रेम तमांग को गिरफ्तार किया गया है। तमांग नेपाल का रहने वाला है।
बरामद युवतियों में एक असम और दो बंगाल की हैं। गर्भवती विवाहिता ने बताया कि दस दिन पहले पति ताजमहल दिखाने की बात कहकर आगरा लाया था। दो दिन घूमने-फिरने के बाद उसे बताया कि रुपये खत्म हो गए हैं। परिचित के पास छोड़कर जा रहा हूं, रुपयों का इंतजाम करने के बाद वापस आकर ले जाऊंगा। दो दिन बाद उसी की तरह यहां फंसी तीन युवतियों से पता चला कि उसे कोठे पर बेच गया है। अन्य दो बरामद युवतियों ने बताया कि उन्हें भी नौकरी दिलाने के नाम पर यहां लाकर बेच दिया गया। मुक्त कराई गई युवतियों का कहना था कि उनसे जबरन वेश्यावृत्तिकराई गई। विरोध करने पर पीटा जाता था। एसपी सिटी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि इस मामले में कोठा संचालिका के खिलाफ देह व्यापार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।

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