शनिवार, फ़रवरी 22, 2014

ये है दुनिया का सबसे भारी दिल, वजन जानकर रह जाएंगे हैरान

लुधियाना। चार दिवसीय 69वीं एनुअल कॉन्फ्रेंस ऑफ द एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया (एपिकॉन) के दूसरे दिन शुक्रवार को भारतीय चिकित्सकों की ओर से करीब 20 हजार किलो रंगबिरंगी सब्जियों से तैयार वेजीटेबल मोजेक (दिल) ने जापान का इसी साल 11 जनवरी का बनाया गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया।
दो लाख रुपये से अधिक खर्च कर यह हेल्दी हार्ट मोजेक एपिकॉन 2014 व रैनबैक्सी फार्मास्युटिकल कंपनी ने लोगों में हेल्दी डाइट फॉर हेल्दी हार्ट का संदेश देने के लिए तैयार करवाया है। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स के लंदन से आए प्रतिनिधि जैकब्रेकैन ने बताया कि जापान के हेल्दी हार्ट मोजेक का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए भारतीय डॉक्टरों को 4327 वर्ग फुट से अधिक क्षेत्र में रंगबिरंगी सब्जियों का मोजेक बनाना था। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉ‌र्ड्स तोड़ने के लिए इन बातों का विशेष ध्यान रखना था कि हार्ट बनाने के लिए रंग-बिरंगी सब्जियां हों। सभी सब्जियों को बराबर स्थान पर लगाया गया हो तथा बिल्कुल भी खाली जगह न हो। कोई भी सब्जी खुली न हो। लुधियाना में एपिकॉन 2014 व रैनबेक्सी से तैयार हेल्दी हार्ट ने नया रिकार्ड बनाया है। जीके रिसोर्ट में बनाए हार्ट का क्षेत्र 5165 वर्ग फुट था। इसे सुबह पीएयू स्टूडेंट्स, केवीएम व बीसीएम स्कूलों के विद्यार्थियों तथा रैनबैक्सी कंपनी के सदस्यों ने बनाना शुरू किया था। अपराह्न साढ़े तीन बजे हेल्दी हार्ट मोजेक बनकर तैयार हुआ।
हेल्दी हार्ट मोजेक को बनाने में प्रयोग सब्जियां
पत्तागोभी -11000 किलोग्राम
बैंगन - 1500 किलोग्राम
गाजर-800 किलोग्राम
पेठा-2500 किलोग्राम
फूलगोभी-3200 किलोग्राम
शिमला मिर्च -50 किलोग्राम
लाल मिर्च-25 किलोग्राम
लहसुन-150 किलोग्राम
खीरा-600 किलोग्राम
कुल योग : 19,825 किलो

सब्जी मंडी से खरीदी गई थीं सब्जियांहेल्दी हार्ट मोजेक बनाने के लिए सब्जियां स्थानीय किसानों व सब्जी मंडी से खरीदी गई। अब इन सब्जियों को गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब, दुर्गा माता मंदिर, दंडी स्वामी, हवेली पैलेस दोराहा तथा मदर टैरेसा होम में भेजा जाएगा।

एपिकॉन के चेयरमैन डॉ़ जीएस वांडर के अनुसार वर्तमान जिंदगी में बढ़ते तनाव, गतिहीन जीवनशैली एवं अस्वास्थ्यप्रद आहार के सेवन से रोगों की दर बढ़ रही है। 30 साल से अधिक उम्र के लोगों में हर चार में से एक व्यक्ति आज हाइपरटेंशन से पीडि़त है। वयस्कों में डायबीटिज़ की दर ग्रामीण आबादी में 98 फीसद तथा शहरी आबादी में 915 फीसद है। इसी तरह से शहरी वयस्कों में कोरोनरी धमनी रोगों की दर 10 फीसद एवं ग्रामीण आबादी में पांच फीसद है।

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