सोमवार, फ़रवरी 24, 2014

आखिरकार एंड्रॉयड फोन लाई नोकिया

बार्सिलोना। स्मार्टफोन बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा और घटती हिस्सेदारी से परेशान नोकिया ने आखिरकार एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम से लैस स्मार्टफोन पेश कर ही दिए। स्पेन के बार्सिलोना में शुरू हुए दुनिया के सबसे बड़े मोबाइल मेले व‌र्ल्ड मोबाइल कांग्रेस में नोकिया ने एक्स, एक्स प्लस और एक्स एल को उतारा। इनकी कीमत क्रमश: 89, 99 और 109 यूरो (7,500 से 10,000 रुपये) रखी गई है।
नोकिया के एक्जीक्यूटिव वीपी इलोप ने कंपनी के पहले एंड्रॉयड किफायती स्मार्टफोन को पेश करने के साथ ही आशा सीरीज के विस्तार की भी घोषणा की। इलोप ने नोकिया आशा 220 और 230 को पेश किया। इनकी कीमत क्रमश: 2,500 व 3,900 रुपये के आसपास होगी। नोकिया ने एंड्रॉयड के बल पर किफायती स्मार्टफोन उतारने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। नोकिया एक्सएल में पांच इंच का टचस्क्रीन है। इस सीरीज के फोन में माइक्रोसॉफ्ट की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इनके एप्लीकेशन एंड्रॉयड और यानडेकस स्टोर से भी जुडे़ हैं। ब्लैकबेरी ने भी विंडोज फोन और नोकिया एक्स के लिए मैसेजिंग सेवा बीबीएम को लांच करने की घोषणा कर दी है।
माइक्रोसॉफ्ट के कब्जे में आ चुकी नोकिया लूमिया सीरीज को लगातार विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ पेश कर रही थी, मगर बाजार में इसे अच्छा रिस्पांस नहीं मिल सका। एप्पल द्वारा 2007 में आइ-फोन की लांचिंग के साथ ही कंपनी की हैंडसेट बाजार में बादशाहत खत्म होनी शुरू हो गई थी। एंड्रॉयड की ओर नोकिया का आना विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की असफलता की निशानी है।
गियर-2 स्मार्टवॉच पेश :
बार्सिलोना। कोरियाई इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग ने सितंबर 2013 में पेश गियर-2 स्मार्टवॉच की दुनिया भर में हुई आलोचना को देखते हुए और बेहतर बनाया है। इस कंपनी ने अब एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम आधारित दो स्मार्टवॉच- गियर-2 और गियर-2 नियो पेश की हैं। ये बाजार में अप्रैल से उपलब्ध होंगी। दो मेगापिक्सल कैमरे वाली स्मार्टवॉच में 1.63 इंच की स्क्रीन है। इसके कैमरे से हाई डेफिनेशन वीडियो बनाया जा सकता है। इसमें हृदय गति मापने के लिए सेंसर के साथ ही ब्लूटूथ के जरिये संचालित होने वाला ऑडियो सिस्टम, टीवी का रिमोट कंट्रोल, ई-मेल और संदेश आने पर सूचना देने वाला यंत्र लगा हुआ है। यह काले, भूरे और नारंगी रंग में उपलब्ध होगी। गियर-2 नियो में कैमरा नहीं है। यह सैमसंग और इंटेल के द्वारा विकसित टाइजन ऑपरेटिंग सिस्टम से संचालित होगी।
क्या है टाइजेन ऑपरेटिंग सिस्टम :
यह लिनक्स आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम है। ग्राहकों को सुविधा प्रदान करने के मकसद से इसे तैयार किया गया है। यह ओपेन सोर्स और स्टैंडर्ड आधारित सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म है। एंड्रॉयड के विकल्प के रूप में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।

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